पटना: बिहार के पटना मेडिकल कॉलेज (Patna Medical College and Hospital) में इलाज के लिए भर्ती हुए कुख्यात नक्सली शिव शंकर रजक (naxalite Shiv Shankar Rajak ) उर्फ चंद्रशेखर रजक उर्फ व्यास पिता करमू रजक की मौत हो गई है. रजक को 23 जनवरी 2021 को उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी. बेउर जेल अधीक्षक के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार 22 अप्रैल को इलाज के लिए इन्हें पीएमसीएच में भर्ती करवाया गया था. दरअसल आंख के इलाज के लिए केंद्रीय कारा गया से 11 अप्रैल 2021 को इसे बेऊर जेल पटना (Beur Jail Patna) स्थानांतरित किया गया था.
पीएमसीएच में नक्सली की मौत: आपको बता दें कि पटना के जहानाबाद जेल ब्रेक कांड (jehanabad jail break) का मुख्य आरोपी और बिहार झारखंड के एरिया कोर कमिटी का मुख्य सदस्य शिव शंकर रजक उर्फ बाबा की आज मौत हो गई. नक्सली की मौत किडनी फेल होने के कारण पीएमसीएच में हुई है. बताया जा रहा कि साल 2005 में इसे छुड़ाने के लिए नक्सलियों ने जेल ब्रेक कांड की घटना को अंजाम दिया था.
'बाबा' की मौत से नक्सलियों में आक्रोश: वहीं सरकार ने इसे पकड़ने के लिए 30 लाख का इनाम भी रखा था. बता दें कि 21 जून 2015 को पुलिस ने शिव शंकर रजक को घोसी थाना क्षेत्र के अतियावां से इसे गिरफ्तार किया था. जिसके बाद उसे बेउर जेल में रखा गया था. प्राप्त जानकारी के अनुसार शंकर रजक उर्फ त्यागी उर्फ बाबा की मृत्यु के बाद नक्सलियों में काफी आक्रोश है जिसको लेकर प्रशासन मुस्तैद है.
2015 को हुई थी गिरफ्तारी: जानकारी के मुताबिक 21 जून 2015 जहानाबाद के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक आदित्य कुमार के निर्देश पर घोषी थाना क्षेत्र में ग्राम अतियावां में कमला सिंह के घर का घेराबंदी कर छापेमारी की गयी तो वहां पूर्व से मौजूद कुख्यात नक्सली प्रदुम्न शर्मा एवं उसके पांच छह साथी चकमा देकर भाग गये परन्तु घर की तलाशी लेने पर कमला सिंह के घर में छुपे हुए प्रतिबंधित नक्सली संगठन के सदस्य चंदेश्वर रजक उर्फ शिवशंकर रजक उर्फ बाबा एवं सुरेन्द्र मांझी को देशी पिस्तौल एवं कई कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया. ये सभी लोग डकैती एवं ईंट भट्ठा मालिकों से जबरन वसूली की योजना बना रहे थे और ये सभी प्रतिबंधित नक्सली संगठन एमसीसी के सक्रिय सदस्य थे. जिन्हें दोषी पाकर न्यायाधीश ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी.
जहानाबाद जेल ब्रेक कांड में शामिल सभी नक्सली सलाखों के पीछे: बता दें कि दानापुर के गजाधर चक्की से गौतम सिंह नाम का नक्सली गिरफ्तार किया गया था. इस कांड की जांच एनआईए की टीम कर रही है. आपको बता दें कि राजधानी पटना के बेउर जेल में बड़े नक्सली परशुराम सिंह नंद जी, राकेश कुमार, प्रेम राज उर्फ गौतम कुमार, मोहम्मद बकरुदीन और संजय कुमार बंद हैं. इनसे नक्सली कनेक्शन समेत कई बिंदुओं को लेकर पूछताछ भी की गई थी. इसके अलावे जहानाबाद जेल ब्रेक कांड (Jehanabad Jail Break Case) में मुख्य आरोपी अजय कानू के साथ-साथ कई नक्सली को पकड़ा गया था. दरअसल साथियों को छुड़ाने के लिए नक्सलियों ने साल 2005 में जहानाबाद जेल ब्रेक कांड के घटना को अंजाम दिया था, जिसमें अजय कानू को छुड़ाने में सफलता हासिल की गई थी. अभी इस वक्त राजधानी पटना के बेउर जेल में सभी बंद हैं. इसके अलावा बिहार के कुख्यात नक्सली चंदन सिंह भी पटना के बेउर जेल में बंद है.
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