पटना: लोकसभा चुनाव में उपेंद्र कुशवाहा को मिली करारी हार पर नागमणि ने चुटकी ली है. उन्होंने कहा है कि मैंने कसम खाई थी कि उपेंद्र कुशवाहा की पांचों सीटों को हराकर ही दम लूंगा. यदि वह नहीं हारे तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा. मेरा वादा पूरा हो गया और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी पांचों सीटों पर चुनाव हार गई.
कुशवाहा समाज नीतीश के साथ
नागमणि ने कहा कि बिहार का कुशवाहा समाज नीतीश कुमार के नेतृत्व में अपना विश्वास करता है. और नीतीश कुमार कुशवाहा समाज का हमेशा ख्याल रखते हैं. नागमणि ने कहा कि पूरे बिहार में 2020 में पटना में कुशवाहा दांगी सम्मेलन करेंगे. जिसमें से दो चार प्रतिशत जो उपेंद्र कुशवाहा के साथ गए थे. उन्हें भी हम अपने साथ लाने की पूरी कोशिश करेंगे. ताकि बिहार में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को फिर से मुख्यमंत्री बनाया जा सके.
कुशवाहा समाज का नेता कौन
बिहार में कुशवाहा समाज के नेता पर सवाल पूछे जाने पर नागमणि ने कहा कि दो ध्रुवों की लड़ाई थी. जिसमें एक तरफ उपेंद्र कुशवाहा तो दूसरी तरफ नागमणि. उपेंद्र कुशवाहा को हार मिलने के बाद अब यह साफ हो गया है कि बिहार का कुशवाहा समाज किसके साथ है. नागमणि ने कहा कि नीतीश कुमार हर समाज का ख्याल रखते हैं जिसमें कुशवाहा समाज भी आता है.
कौकब कादरी के बयान का समर्थन
वहीं कांग्रेस नेता कौकब कादरी के बयान का समर्थन करते हुए नागमणि ने कहा कि महागठबंधन में उपेंद्र कुशवाहा, जीतन राम मांझी और मुकेश साहनी की पार्टी को इतनी सीटें देना मूर्खता का काम था. क्योंकि उपेंद्र कुशवाहा और जीतनराम मांझी का बिहार में क्या वजूद है यह सबको पता है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार और नागमणि की जोड़ी एक रहेगी उसे किसी को हिलाने की हिम्मत नहीं है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में नागमणि के साथ कुशवाहा समाज अपना वोट नीतीश कुमार को ही देगा.