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'चमकी को धमकी' स्लोगन के साथ ही मुजफ्फरपुर प्रशासन ने शुरू किया जागरूकता अभियान - कोरोना संकट

डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि इस बार चमकी से लड़ने के लिए जिला प्रशासन नई-नई योजनाओं पर कार्य कर रही है. चमकी बुखार से प्रभावित गांव में एक-एक निजी तिपहिया या चारपहिया वाहनों की वाहनों की उपलब्धता हर हाल में सुनिश्चित की जाएगी.

मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन
मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन
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Published : Apr 10, 2020, 12:31 PM IST

मुजफ्फरपुर: कोरोना संकट के बीच चमकी बुखार के कहर से मासूम नौनिहालों को बचाने के लिए जिला प्रशासन ने अपना व्यापक जागरूकता अभियान शुरू कर दिया है. इसके लिए जिला प्रशासन ने नए स्लोगन और नए तेवर के साथ अभियान की शुरूआत की है. डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि 'चमकी को धमकी' स्लोगन के जरिये पूरे जिले में व्यापक जागरूकता अभियान को शुरू कर दिया गया है. इस अभियान से जिले को चमकी बुखार मुक्त बनाया जाएगा.

'प्रभावित गांवों में मौजूद रहेगा एक-एक वाहन'
डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि इस बार चमकी से लड़ने के लिए जिला प्रशासन नई-नई योजनाओं पर कार्य कर रहा है. चमकी बुखार से प्रभावित गांव में एक-एक निजी तिपहिया या चारपहिया वाहनों की उपलब्धता हर हाल में सुनिश्चित की जाएगी. इन वाहनों को गांव में मौजूद जनप्रतिनिधि या आंगनबाड़ी केंद्रों पर रखा जाएगा. जरूरत पड़ने पर इन वाहनों का उपयोग बच्चों को ससमय अस्पताल पुहंचाने के लिए किया जाएगा. उन्होंने बताया कि चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों समय से अस्पताल पहुंचाना पहली प्राथमिकता रहेगी.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'196 पंचायत को अधिकारियों ने लिया गोद'
गौरतलब है कि पिछले साल जिले में चमकी बुखार ने जमकर कोहराम मचाया था. कई मासूमों की जान चमकी बुखार के कारण चली गई थी. इस वजह से जिला प्रशासन ने इस बार चमकी बुखार से प्रभावित 196 गांवों को गोद लिया है. गांव को गोद लेने के बाद जिला प्रशासन एक्टिव मोड में आ गया है. जिला प्रशासन ने कोरोना को लेकर प्रभावी लॉकडाउन के बीच ही अपना व्यापक जन जागरूकता अभियान की शुरुआत कर दी है.

मुजफ्फरपुर: कोरोना संकट के बीच चमकी बुखार के कहर से मासूम नौनिहालों को बचाने के लिए जिला प्रशासन ने अपना व्यापक जागरूकता अभियान शुरू कर दिया है. इसके लिए जिला प्रशासन ने नए स्लोगन और नए तेवर के साथ अभियान की शुरूआत की है. डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि 'चमकी को धमकी' स्लोगन के जरिये पूरे जिले में व्यापक जागरूकता अभियान को शुरू कर दिया गया है. इस अभियान से जिले को चमकी बुखार मुक्त बनाया जाएगा.

'प्रभावित गांवों में मौजूद रहेगा एक-एक वाहन'
डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि इस बार चमकी से लड़ने के लिए जिला प्रशासन नई-नई योजनाओं पर कार्य कर रहा है. चमकी बुखार से प्रभावित गांव में एक-एक निजी तिपहिया या चारपहिया वाहनों की उपलब्धता हर हाल में सुनिश्चित की जाएगी. इन वाहनों को गांव में मौजूद जनप्रतिनिधि या आंगनबाड़ी केंद्रों पर रखा जाएगा. जरूरत पड़ने पर इन वाहनों का उपयोग बच्चों को ससमय अस्पताल पुहंचाने के लिए किया जाएगा. उन्होंने बताया कि चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों समय से अस्पताल पहुंचाना पहली प्राथमिकता रहेगी.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'196 पंचायत को अधिकारियों ने लिया गोद'
गौरतलब है कि पिछले साल जिले में चमकी बुखार ने जमकर कोहराम मचाया था. कई मासूमों की जान चमकी बुखार के कारण चली गई थी. इस वजह से जिला प्रशासन ने इस बार चमकी बुखार से प्रभावित 196 गांवों को गोद लिया है. गांव को गोद लेने के बाद जिला प्रशासन एक्टिव मोड में आ गया है. जिला प्रशासन ने कोरोना को लेकर प्रभावी लॉकडाउन के बीच ही अपना व्यापक जन जागरूकता अभियान की शुरुआत कर दी है.

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