पटना: राजधानी के गांधी मैदान स्थित श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में मुसहर भुईयां सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस सम्मेलन का आयोजन मुसहर भुईंया सेवा संघ बिहार की ओर किया गया. सम्मेलन की अध्यक्षता राजेश वर्मा ने किया. वहीं, इस सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी मौजूद रहे.
दशरथ मांझी को किया गया याद
कार्यक्रम की शुरुआत पर्वत पुरुष दशरथ मांझी की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई. कार्यक्रम में दशरथ मांझी के कार्यों को सभी के बीच बताया गया. इस सम्मेलन में भूईयां मुसहर समाज के लोगों से पूरा एसके मेमोरियल हॉल खचाखच भरा हुआ रहा. मुसहर भुईयां सम्मेलन में राज्य के सभी जिलों के अलावा पड़ोसी राज्यों के भी मुसहर भुईयां समाज के लोग शामिल हुए. इस सम्मेलन में बच्चों ने मंच पर बेहतरीन डांस परफॉर्मेंस दिया. जिसके बाद जीतन राम मांझी ने बच्चों के साथ तस्वीरें खिंचाई.
सीएम नीतीश को दिया घन्यवाद
इस सम्मेलन में मुसहर भुईयां समाज को सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक और राजनैतिक रूप से मजबूत करने के लिए कई प्रस्ताव भी पारित किए गए. इस दौरान लोगों को संबोधित करते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि मुसहर और भुइयां एक ही है. इस समाज को कमजोर करने के लिए लोगों को मुसहर और भुईयां के नाम पर बांटा गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि वह हर विरोध के बावजूद नीतीश कुमार को धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने उनके सुझाव पर राजकीय गजट में मुसहर और भुईयां को एक माना है.
विकास प्राधिकरण के गठन की मांग
जीतन राम मांझी ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि मुसहर भुईयां समुदाय के विकास के लिए राज्य और केंद्र स्तर पर विकास प्राधिकरण का गठन किया जाना चाहिए. इस समाज के प्रति व्यक्ति को आवास के लिए 5 डेसीमल जमीन और खेती के साथ अन्य जीविकोपार्जन के लिए 2.5 एकड़ जमीन मुहैया कराई जानी चाहिए. कार्यक्रम के बाद जीतन राम मांझी ने कहा कि इस सम्मेलन के माध्यम से मुसहर समाज के लोगों की एक जुटता दिखाना उनका उद्देश्य था. इस समाज के लोगों को जमा कर शक्ति प्रदर्शन करने का उनका कोई उद्देश्य नहीं था.