पटना: छठ महापर्व को लेकर नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल ने पटना के गंगा किनारे विभिन्न छठ घाटों का निरीक्षण किया. इस दौरान पटना नगर निगम के नगर आयुक्त अनिमेष पराशर और कई वरीय अधिकारी भी मौजूद रहे. बताया गया कि दीघा बिंद टोली घाट से पटना सिटी कंगन घाट तक प्रधान सचिव ने घाटों का निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद पदाधिकारियों को उन घाटों पर बेहतर व्यवस्था बनाये रखने का निर्देश दिया.
ये भी पढ़ें: Chhath Puja 2022: लखीसराय में घाटों पर सुरक्षा की मुक्कमल व्यवस्था, एसपी ने किया निरीक्षण
महापर्व से पहले घाटों को दुरुस्त करने का निर्देश: निरीक्षण के दौरान नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव को नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर, अपर नगर आयुक्त शीला ईरानी ने सभी घाटों की वस्तुस्थिति से अवगत कराया. इस क्रम में 92 घाट, 93 घाट, 88 घाट, 83 घाट, राजापुर घाट, पहलवान घाट, कलेक्ट्रेट घाट, बांस घाट, गुलाबी घाट एवं भद्रघाट और कंगन घाट जैसे प्रमुख छठ घाटों का निरीक्षण किया गया. जिन घाटों के पानी उतर चुके हैं वहां दलदल की स्थिति को बेहतर बनाकर, अच्छी साफ सफाई के साथ छठ घाट तैयार करने का निर्देश दिया.
विशेष लाइटिंग और सजावट के निर्देश: नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव ने इस दौरान सभी घाटों पर नंबरिंग और उनका नाम बड़े अक्षरों में अंकित करने का निर्देश दिया. इसके साथ ही उन्होंने संपर्क पथ को शीघ्र तैयार करने और उन पर विशेष लाइटिंग और सजावट के लिए भी दिशा निर्देश दिया. इस दौरान सभी अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी और कार्यपालक अभियंता के साथ-साथ नगर निगम के कर्मी भी उपस्थित रहे.
महापर्व छठ की बिहार में खास मान्यता: आपको बता दें कि छठ पूजा बिहार सरकार के लिए महत्वपूर्ण आयोजन होता है जिसे देखने के लिए विभिन्न प्रदेशों और विदेशों से भी लोग आते हैं. चार दिन तक चलने वाले इस पर्व के लिए बिहारवासी साल भर से इंतजार करते है. छठ पूजा में नहाय खाय, खरना और डूबते व उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा है. बिहार में लोगों का मानना है कि छठ पूजा पर अगर विधिपूर्वक छठी मईया की पूजा की जाए तो सुख-समृद्धि की प्राप्ति होता है.