पटना: शहरवासियों की आदत के चलते पटना की स्वच्छता रैंकिंग खतरे में ना पड़ जाये इसलिए निगम कई कदम उठा रहा है. गंदगी फैलाने वालों पर पैनी नजर रखने के साथ ही 10 धावा दल टीम का गठन किया है. जो पटना के विभिन्न इलाकों में घूम-घूमकर गंदगी फैलाने वालों पर शिकंजा कसते हुये नजर आ रहे है.
सख्त हुआ निगम
स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में पटना को कितना अंक मिलेगा इसके लिए भारत सरकार द्वारा गठित सर्वेक्षण टीम पटना आने वाली है. उसको लेकर नगर निगम लगातार सफाई अभियान चला रहा है. साथ ही सड़कों पर गंदगी फैलाने वाले लोगों पर भी शिकंजा कसा जा रहा है. निगम प्रशासन की टीम लगातार विभिन्न इलाकों में घूम कर इस तरह का ड्राइव चला रही है. पटना नगर निगम के अपर नगर आयुक्त शीला ईरानी के साथ देवेंद्र प्रसाद तिवारी सफाई व्यवस्था को बहाल रखने के लिए लगातार अभियान चला रहे हैं.
स्वच्छता रैंकिंग के लिए प्रयास
नगर निगम की टीम के साथ ही दोनों अपर नगर आयुक्त रविवार को गांधी मैदान इलाके में सफाई व्यवस्था का जायजा लेने पहुंचे. अपर नगर आयुक्त देवेंद्र प्रसाद तिवारी ने कहा कि 2021 में स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर पटना नगर निगम ड्राइव चला रहा है.
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नगर निगम ड्राइव
हर रविवार को निगम की टीम विभिन्न इलाकों में जाकर सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करेगी. जो इलाका गंदा रहता है उस एरिया का चयन कर वहां पर सफाई व्यवस्था पर ज्यादा फोकस किया जायेगा. ताकि उस इलाके की गंदगी समाप्त हो जाये. इसके अलावे जो लोग शहर को गंदा करते हुए पकड़े जायेंगे उन्हें समझाया जायेगा, फिर भी नहीं मानने पर उनपर जुर्माना भी लगाया जायेगा.
2019 -20 में निगम हुआ था फेल
बता दे कि 2019 -20 स्वच्छता सर्वेक्षण के मामले में पटना नगर निगम फिसड्डी साबित हुआ था. भारत सरकार द्वारा जो सर्वेक्षण की रैंकिंग जारी की गई थी. उसमें पटना को 47 वें स्थान पर रखा गया था. जिसके बाद नगर निगम की काफी किरकिरी हुई थी. लेकिन 2021 में किरकिरी ना हो इसके लिए लगातार निगम के तरफ से सफाई व्यवस्था को लेकर ड्राइव चलाया जा रहा है.