पटनाः बिहार में महागठबंधन की सरकार बने 5 महीने हुए हैं और घटक दलों के बीच बयानबाजी भी जारी है. खासकर आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह (Sudhakar Singh controversial statement) जिस प्रकार से नीतीश कुमार को लेकर बयानबाजी कर रहे हैं उस पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. जदयू के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह (Vashishtha Narayan Singh on Sudhakar Singh) का भी कहना है कि महागठबंधन के अंदर हो रही बयानबाजी से अच्छा मैसेज नहीं जा रहा है.
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शीर्ष नेतृत्व को इस पर ध्यान देना चाहिएः जदयू के वरिष्ठ नेता वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि जितना जल्दी हो ऐसी बयानबाजी पर नियंत्रण होना चाहिए. पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को इस पर ध्यान देना चाहिए. वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि महागठबंधन ठीक ढंग से काम कर रहा है और इक्के दुक्के लोग कुछ बोलते हैं, तो उसका बहुत अर्थ नहीं लगाया जाना चाहिए. ये जरूर है कि इससे अच्छा मैसेज नहीं जाता.
"देखिये इस तरह की जो बयानबाजी है वो करता है एक व्यक्ति है, लेकिन इससे मैसेज अच्छा नहीं जाता है. महागठबंधन ठीक ढंग से काम कर रहा है, एक दो लोगों के कुछ कहने से गलत अर्थ नहीं निकालना चहिए"- वशिष्ठ नारायण सिंह, वरिष्ठ नेता, जेडीयू
असहज स्थिति बनती जा रही हैः आपको बता दें कि सुधाकर सिंह के बयान को लेकर उपेंद्र कुशवाहा ने मोर्चा खोल रखा है. केशव यादव का भी बयान आया था लेकिन उसके बावजूद सुधाकर सिंह बयान देना जारी रखे हुए हैं और इसके कारण जदयू के लिए लगातार असहज की स्थिति बनती जा रही है और अब पार्टी के वरिष्ठ नेता भी कह रहे हैं कि इससे अच्छा मैसेज लोगों के बीच नहीं जा रहा है. इस पर रोक लगनी चाहिए.
आरजेडी के लिए मुश्किल बने हुए हैं सुधाकर सिंहः दरअसल महागठबंधन में रहने के बावजूद आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह लगातार बगावती तेवर अपनाए हुए हैं. जिससे राजनीति हल्कों में ये बात कही जा रही है कि महागठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. पिछले दिनों ही सुधाकर सिंह ने सीएम के लिए शिखंडी जैसे शब्द का इस्तोमाल किया था, उन्होंने नीतीश कुमार को बेशर्म मुख्यमंत्री तक कह दिया था. जिसके बाद बिहार की राजनीति में भूचाल आ गया था. इन बयानों को लेकर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को भी सफाई देनी पड़ी थी और उन्होंने कहा था कि सुधाकर सिंह की एक-एक बात आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव तक पहुंचा दी गई है. अब वही कोई फैसला करेंगे.