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IIT Patna और सॉफ्टवेयर कंपनी राॅयनेट के बीच MOU, साॅफ्टवेयर निर्माण पर होगा काम

बिहटा स्थित आईआईटी पटना और देश की नामी सॉफ्टवेयर कंपनी रॉयनेट के बीच गुरुवार को एक समझौता (MoU between IIT Patna and software company) हुआ. इसके तहत आईआईटी पटना के रिसर्चर राॅयनेट कंपनी के साथ मिल कर सूचना एवं प्रौद्योगिकी के बाजार में एक स्वदेशी एप लाएंगे, जो जूम एप की तरह होगा और लोगों के साइबर फ्राॅड से बचाएगा. पढ़ें पूरी खबर..

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Published : Apr 27, 2023, 7:54 PM IST

आईआईटी पटना और साॅफ्टवेयर कंपनी के बीच समझौता

पटना: बिहार की राजधानी पटना के बिहटा स्थित पटना आईआईटी में साइबर फ्राॅड को रोकने और भारत निर्मित जूम की तरह नए एप्लिकेशन तैयार (IIT Patna make app to prevent cyber fraud ) करने के लिए आईआईटी पटना ने हिंदुस्तान की नामचीन सॉफ्टवेयर कंपनी राॅयनेट के साथ एक समझौता पत्र पर करार किया है. इसमें आनेवाले दिनों में मोबाइल एप्लीकेशन के जरिये बैंक खाते से झूठा झांसा देकर रुपये निकालने वाले लोगों की पहचान हो सकेगी.

ये भी पढ़ेंः पटना IIT के छात्रों ने बनाया लो वेट बैटरी इनवर्टर, सर्च ऑपरेशन के दौरान सेना के जवानों को मिलेगी मदद

आईआईटी के रिसर्चर से मिले कंपनी के प्रोमोटरः वहीं एंटरप्रेन्योर के क्षेत्र में जूम जैसे चाइनीज एप को छोड़कर उससे भी बढ़िया अपना एप बनाने पर भी काम चल रहा है. बहुत जल्द ही इसे आईआईटी पटना के रिसर्चर सूचना तकनीकी के बाजार में लाएंगे. इसके अलावा आईआईटी पटना के सीनेट हॉल में स्टूडेंट, फैकल्टी और डायरेक्टर के समक्ष रोनेट के सीईओ समीर सिंह और सिंगापुर के सॉफ्टवेयर इंजीनियर डॉ लिंग चोंग ने भी आईआईटी के स्टूडेंट्स को संबोधित किया और ऐसी खोज की सराहना की. डॉ लिंग चोंग ने रोनेट के प्रोमोटर के तौर पर यहां आए थे.

स्टार्टअप को मिलेगा बढ़ावाः इस मौके पर पटना आईआईटी के डायरेक्टर प्रो टीएन सिंह ने बताया कि इस तरह के एमओयू (MOU) से यहां के छात्रों के साथ में होनेवाले अन्य स्टार्टअप को भी बढ़ावा मिलेगा. इसके अलावा डायरेक्टर ने यह भी कहा कि जिस तरह से बिहार पहले से काफी आगे बढ़ रहा है और कंपनी ने आईआईटी पटना को इसलिए चुना क्योंकि बिहार ज्ञान की धरती है. यहां से बुद्ध जैसे महात्मा ने भी ज्ञान प्राप्त किया है. इसके अलावा बिहार से कई आईपीएस आईएएस अधिकारी भी पूरे देश में अपनी सेवा रहे हैं.

"इस तरह के एमओयू (MOU) से यहां के छात्रों के साथ में होनेवाले अन्य स्टार्टअप को भी बढ़ावा मिलेगा. इसके अलावा डायरेक्टर ने यह भी कहा कि जिस तरह से बिहार पहले से काफी आगे बढ़ रहा है और कंपनी ने आईआईटी पटना को इसलिए चुना क्योंकि बिहार ज्ञान की धरती है. यहां से बुद्ध जैसे महात्मा ने भी ज्ञान प्राप्त किया है" - प्रो टीएन सिंह, डायरेक्टर, आईआईटी

नया एप साइबर फ्राॅड से दिलाएगा मुक्तिः उन्होंने कहा कि बिहार के लिए आज काफी गर्व की बात है देश के प्रधानमंत्री भी आत्मनिर्भर भारत के तहत कार्य कर रहे हैं और देश में लगभग हर क्षेत्र में डिजिटल हो चुका है. इस डिजिटल के क्षेत्र में साइबर फ्रॉड भी काफी बढ़ा है. इन सभी से निजात को लेकर रॉयनेट जैसे सॉफ्टवेयर कंपनी ने आगे आकर कार्य कर रही है इसी को लेकर आईआईटी पटना ने समझौता किया है. इधर रॉइनेट कंपनी के सलाहकार जयकांत कुमार सिंह ने बताया कि किसी एकेडमिक कॉलेज में किसी सॉफ्टवेयर कंपनी के साथ यह देश मे यह पहला करार हुआ है. जिसमें स्टूडेंटड्स को उनके इनोवेशन के लिए प्लेटफार्म मिलेगा.

भारत निर्मित आईटी उपकरणों से बढ़ेगा भरोसा: उन्होंने कहा कि यह देश की अपनी कंपनी है और विदेशी को छोड़ देश निर्मित कंपनी में लोग आगे आ रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भी सपना है, आत्मनिर्भर होकर देश निर्मित कार्य किया जाए. इससे देश को भी फायदा होगा और यहां रहने वाले लोग को भी फायदा होगा. कंपनी के सलाहकार ने कहा कि इसलिए रॉयनेट जैसे कंपनी जो पूरी तरह से भारत निर्मित कंपनी है जिसमें सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में अपना नाम कमाया है इसी को लेकर आईआईटी पटना से समझौता किया गया है. बिहार ज्ञान की धरती मानी जाती है और इस समझौते के बाद से अब बिहार का नाम भी पूरे विश्व में बढ़ेगा. पटना जैसे क्षेत्र में लोगो को भी काफी फायदा मिलेगा.


"किसी एकेडमिक कॉलेज में किसी सॉफ्टवेयर कंपनी के साथ यह देश मे यह पहला करार हुआ है. जिसमें स्टूडेंटड्स को उनके इनोवेशन के लिए प्लेटफार्म मिलेगा.यह देश की अपनी कंपनी है और विदेशी को छोड़ देश निर्मित कंपनी में लोग आगे आ रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भी सपना है, आत्मनिर्भर होकर देश निर्मित कार्य किया जाए. इससे देश को भी फायदा होगा और यहां रहने वाले लोग को भी फायदा होगा"-जयकांत कुमार सिंह, एडवाइजर, रोनेट कम्पनी

आईआईटी पटना और साॅफ्टवेयर कंपनी के बीच समझौता

पटना: बिहार की राजधानी पटना के बिहटा स्थित पटना आईआईटी में साइबर फ्राॅड को रोकने और भारत निर्मित जूम की तरह नए एप्लिकेशन तैयार (IIT Patna make app to prevent cyber fraud ) करने के लिए आईआईटी पटना ने हिंदुस्तान की नामचीन सॉफ्टवेयर कंपनी राॅयनेट के साथ एक समझौता पत्र पर करार किया है. इसमें आनेवाले दिनों में मोबाइल एप्लीकेशन के जरिये बैंक खाते से झूठा झांसा देकर रुपये निकालने वाले लोगों की पहचान हो सकेगी.

ये भी पढ़ेंः पटना IIT के छात्रों ने बनाया लो वेट बैटरी इनवर्टर, सर्च ऑपरेशन के दौरान सेना के जवानों को मिलेगी मदद

आईआईटी के रिसर्चर से मिले कंपनी के प्रोमोटरः वहीं एंटरप्रेन्योर के क्षेत्र में जूम जैसे चाइनीज एप को छोड़कर उससे भी बढ़िया अपना एप बनाने पर भी काम चल रहा है. बहुत जल्द ही इसे आईआईटी पटना के रिसर्चर सूचना तकनीकी के बाजार में लाएंगे. इसके अलावा आईआईटी पटना के सीनेट हॉल में स्टूडेंट, फैकल्टी और डायरेक्टर के समक्ष रोनेट के सीईओ समीर सिंह और सिंगापुर के सॉफ्टवेयर इंजीनियर डॉ लिंग चोंग ने भी आईआईटी के स्टूडेंट्स को संबोधित किया और ऐसी खोज की सराहना की. डॉ लिंग चोंग ने रोनेट के प्रोमोटर के तौर पर यहां आए थे.

स्टार्टअप को मिलेगा बढ़ावाः इस मौके पर पटना आईआईटी के डायरेक्टर प्रो टीएन सिंह ने बताया कि इस तरह के एमओयू (MOU) से यहां के छात्रों के साथ में होनेवाले अन्य स्टार्टअप को भी बढ़ावा मिलेगा. इसके अलावा डायरेक्टर ने यह भी कहा कि जिस तरह से बिहार पहले से काफी आगे बढ़ रहा है और कंपनी ने आईआईटी पटना को इसलिए चुना क्योंकि बिहार ज्ञान की धरती है. यहां से बुद्ध जैसे महात्मा ने भी ज्ञान प्राप्त किया है. इसके अलावा बिहार से कई आईपीएस आईएएस अधिकारी भी पूरे देश में अपनी सेवा रहे हैं.

"इस तरह के एमओयू (MOU) से यहां के छात्रों के साथ में होनेवाले अन्य स्टार्टअप को भी बढ़ावा मिलेगा. इसके अलावा डायरेक्टर ने यह भी कहा कि जिस तरह से बिहार पहले से काफी आगे बढ़ रहा है और कंपनी ने आईआईटी पटना को इसलिए चुना क्योंकि बिहार ज्ञान की धरती है. यहां से बुद्ध जैसे महात्मा ने भी ज्ञान प्राप्त किया है" - प्रो टीएन सिंह, डायरेक्टर, आईआईटी

नया एप साइबर फ्राॅड से दिलाएगा मुक्तिः उन्होंने कहा कि बिहार के लिए आज काफी गर्व की बात है देश के प्रधानमंत्री भी आत्मनिर्भर भारत के तहत कार्य कर रहे हैं और देश में लगभग हर क्षेत्र में डिजिटल हो चुका है. इस डिजिटल के क्षेत्र में साइबर फ्रॉड भी काफी बढ़ा है. इन सभी से निजात को लेकर रॉयनेट जैसे सॉफ्टवेयर कंपनी ने आगे आकर कार्य कर रही है इसी को लेकर आईआईटी पटना ने समझौता किया है. इधर रॉइनेट कंपनी के सलाहकार जयकांत कुमार सिंह ने बताया कि किसी एकेडमिक कॉलेज में किसी सॉफ्टवेयर कंपनी के साथ यह देश मे यह पहला करार हुआ है. जिसमें स्टूडेंटड्स को उनके इनोवेशन के लिए प्लेटफार्म मिलेगा.

भारत निर्मित आईटी उपकरणों से बढ़ेगा भरोसा: उन्होंने कहा कि यह देश की अपनी कंपनी है और विदेशी को छोड़ देश निर्मित कंपनी में लोग आगे आ रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भी सपना है, आत्मनिर्भर होकर देश निर्मित कार्य किया जाए. इससे देश को भी फायदा होगा और यहां रहने वाले लोग को भी फायदा होगा. कंपनी के सलाहकार ने कहा कि इसलिए रॉयनेट जैसे कंपनी जो पूरी तरह से भारत निर्मित कंपनी है जिसमें सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में अपना नाम कमाया है इसी को लेकर आईआईटी पटना से समझौता किया गया है. बिहार ज्ञान की धरती मानी जाती है और इस समझौते के बाद से अब बिहार का नाम भी पूरे विश्व में बढ़ेगा. पटना जैसे क्षेत्र में लोगो को भी काफी फायदा मिलेगा.


"किसी एकेडमिक कॉलेज में किसी सॉफ्टवेयर कंपनी के साथ यह देश मे यह पहला करार हुआ है. जिसमें स्टूडेंटड्स को उनके इनोवेशन के लिए प्लेटफार्म मिलेगा.यह देश की अपनी कंपनी है और विदेशी को छोड़ देश निर्मित कंपनी में लोग आगे आ रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भी सपना है, आत्मनिर्भर होकर देश निर्मित कार्य किया जाए. इससे देश को भी फायदा होगा और यहां रहने वाले लोग को भी फायदा होगा"-जयकांत कुमार सिंह, एडवाइजर, रोनेट कम्पनी

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