छबड़ा/ पटना: जिले के छीपाबडौद कस्बे में शादी के नाम एक किशोरी को 1 लाख रुपये में बेचने का मामला सामने आया है. बारां पुलिस ने पीड़िता की रिपोर्ट पर त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. मामले को गंभीरते से लेते हुए पुलिस आरोरियों से पूछताछ कर रही है. किशोरी को बाल सुधार गृह भेज दिया गया है.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय स्वर्णकार ने बताया कि 12 जनवरी को छिपाबड़ोद कस्बे में बिहार निवासी किशोरी लावारिस हालत में मिली. पुलिस ने उसे बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया, जहां पर काउंसलिंग के दौरान बालिका ने बताया कि वह बिहार की रहने वाली है. उसके अंकल संजय, मौसा आलोक व मौसी रेशमा ने उसे एक लाख रुपये में बेच कर उसकी शादी उसकी मर्जी के खिलाफ 7 दिसंबर को छबड़ा कस्बे के चावलखेड़ी निवासी बनवारी नाम के व्यक्ति से करा दी थी.
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वह बनवारी के पास नहीं रहना चाहती थी तो उसके परिजन चावलखेड़ी से छिपाबड़ोद निवासी दलाल गीता सिंह के पास उसे लेकर आ गए. फिर उसकी मां पूनम, अंकल, मौसा-मौसी व दलाल त्रिलोक सिंह और उसकी पत्नी गीता सिंह ने उसे एक लाख 21 हजार रुपए में बेच कर उसकी शादी दोबारा 24 दिसंबर को छीपाबड़ोद में मुकेश नाम के व्यक्ति से करा दी. उसने बताया कि वह मुकेश के साथ भी नहीं रहना चाहती थी. क्योंकि वह उससे मारपीट करता था. इसलिए वह मौका पाकर वहां से भी भाग निकली.
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पुलिस ने उसे लावारिस हालत में दस्तयाब कर बाल कल्याण समिति बारां के समक्ष पेश किया. इस प्रकरण को पुलिस ने गंभीरता से लेते हुए मानव तस्करी यूनिट के पुलिस उप अधीक्षक राकेश शर्मा के नेतृत्व में टीम गठित कर आरोपी बनवारी, मुकेश तथा दलाल त्रिलोक गीता सिंह व पीड़िता की मां पूनम को प्रकरण में गिरफ्तार कर अन्य वांछित मुलजिमों की तलाश शूरू कर कर दी है.
घटना में शामिल अन्य की तलाश जारी
इस प्रकरण को पुलिस ने गंभीरता से लेते हुए मानव तस्करी यूनिट के पुलिस उप अधीक्षक राकेश शर्मा के नेतृत्व में टीम गठित कर मुलजिम बनवारी, मुकेश तथा दलाल त्रिलोक सिंह, गीता सिंह और पीड़िता की मां पूनम को गिरफ्तार कर अन्य वांछितों की तलाश शुरू कर दी है.