पटना: बिहार में हो रही लागातार भारी बारिश के कारण प्रदेश के कई जिले में लोग बाढ़ से बेहाल हैं. बेतिया, शेखपुरा ,गोपालगंज सहित कई जिलों में बाढ़ के कारण जनजीवन प्रभावित है. जल संसाधन विभाग के अनुसार कोसी, गंडक, बागमती, महानंदा सहित उत्तर बिहार की अधिकांश नदियों का जलस्तर खतरे के लाल निशान से ऊपर है.
2 अक्टूबर को इस प्रकार रहा नदियों का जलस्तर
- गंगा नदी का जलस्तर साहेबगंज में खतरे के निशान से अब 58 सेंटीमीटर ऊपर है. वहीं, कहलगांव में 18 सेंटीमीटर और फरक्का में भी खतरे के निशान से 13 सेंटीमीटर ऊपर है.
- पुनपुन नदी का जलस्तर श्रीपालपुर में खतरे के निशान से नीचे है .
- घाघरा नदी का जलस्तर दरौली में खतरे के निशान से नीचे है.
- गंडक नदी का जलस्तर डुमरिया घाट में खतरे के निशान से 13 सेंटीमीटर ऊपर है. वहीं, रेवा घाट में खतरे के निशान से नीचे है.
- बूढ़ी गंडक का जलस्तर रोसड़ा में खतरे के निशान से 147 सेंटीमीटर ऊपर है. वहीं, समस्तीपुर में खतरे के निशान से 36 सेंटीमीटर ऊपर है और खगड़िया में भी खतरे के निशान से 27 सेंटीमीटर ऊपर है.
- बागमती नदी का जलस्तर ढेंग ब्रिज में खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर नीचे है. जबकि, रुन्नीसैदपुर में खतरे के निशान से 58 सेंटीमीटर ऊपर है और बेनीबाद में भी 70 सेंटीमीटर ऊपर है.
- अधवारा समूह नदी का जलस्तर कमतौल में खतरे के निशान 70 सेंटीमीटर ऊपर है.
- कमला बलान नदी का जलस्तर जयनगर में खतरे के निशान से 15 सेंटीमीटर नीचे है. वहीं, झंझारपुर में खतरे के निशान से 38 मीटर नीचे है.
- कोसी नदी का जलस्तर बलतारा में खतरे के निशान से 111 सेंटीमीटर ऊपर है. वहीं, कुर्सेला में खतरे के निशान से 1 सेंटीमीटर ऊपर है.
- महानंदा नदी का जलस्तर ढेंगरा घाट में खतरे के निशान से 12 सेंटीमीटर नीचे है. वहीं, झावा में खतरे के निशान से 31 सेंटीमीटर ऊपर है.
- परमान नदी का जलस्तर अररिया में खतरे के निशान से 45 सेंटीमीटर ऊपर है.
गंगा का जलस्तर
जगह का नाम | खतरे का निशान | वर्तमान स्थिति(मीटर में) |
बक्सर | 60.32 | 54.26 |
दीघाघाट | 50.45 | 48.21 |
गांधी घाट | 48.60 | 47.42 |
हाथीदह | 41.76 | 40.90 |
मुंगेर | 39.33 | 37.38 |
भागलपुर | 33.68 | 32.70 |
कहलगांव | 31.09 | 31.27 |
साहेबगंज | 27.25 | 27.83 |
फरक्का | 22.25 | 22.38 |
बारिश से जलस्तर बढ़ा
जल संसाधन विभाग के अनुसार नेपाल के जलग्रहण क्षेत्रों में हुई बारिश के कारण गंगा, गंडक, कोसी, महानंदा, बागमती और परमान नदियों का जलस्तर बढ़ा है. उत्तर बिहार सीमांचल के कई इलाकों में बाढ़ का पानी दोबारा तांडव मचा रहा है. हालांकि अब कई नदियों का जलस्तर धीरे-धीरे घटने भी लगा है.