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बेरोजगारी चरम पर.. रोजगार सीमित.., 'उद्यमी योजना' के लिए सवा लाख युवाओं ने किया आवेदन - applications for Chief Minister Yuva Udyami Yojana

बिहार में बेरोजगारी चरम पर है, लेकिन रोजगार की संभावनाएं सीमित हैं. मुख्यमंत्री उद्यमी योजना का लाभ लेने के लिए लाखों आवेदन आ चुके हैं. लेकिन, सवाल ये कि सीमित संसाधनों के दम पर बेराजगारी के खिलाफ लड़ाई कितनी मजबूत होगी?

बेरोजगारी
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Published : Sep 16, 2021, 10:50 PM IST

पटनाः कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के कारण देश के लाखों लोगों की नौकरियां चली गई हैं. बिहार में भी बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हो गए हैं. लिहाजा, बिहार सरकार ने लोगों को स्वरोजगार करने के लिए 'मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना' (Chief Minister Udyami Yojana) की शुरुआत की है. इस योजना का लाभ लेने के लिए प्रदेश के लाखों युवाओं ने आवेदन किया है.

इसे भी पढ़ें- 'रोजगार' फिर बना मुद्दा: विपक्ष ने मंशा पर उठाया सवाल तो बोले सरकार के मंत्री- अभी तो 7 महीने ही हुए

बिहार सरकार ने इस योजना के तहत युवाओं को स्वरोजगार करने के लिए अनुदान पर ऋण देने का ऐलान किया है. प्रदेश में बेरोजगारी का आलम ये है कि इस योजना का लाभ लेने के लिए एक लाख से ज्यादा लोग आवेदन कर चुके हैं. पोर्टल पर एक लाख 5 हजार से ज्यादा लोगों ने रजिस्ट्रेशन के लिए ओटीपी रजिस्टर कराया है.

देखें वीडियो

उद्योग विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 47,600 लोगों ने पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराया है. 17 सितंबर अप्लाई करने की अंतिम तारीख है. बता दें कि इस योजना का लाभ देने के लिए चार कैटेगरी बनाई गई है. जिसमें से हर कैटेगरी के दो-दो हजार लोगों को शॉर्टलिस्ट कर इसका लाभ दिया जाएगा.

बताते चलें कि मुख्यमंत्री उद्यमी योजना की शुरुआत 16 जून से हुई थी. इसके तहत संबंधित क्षेत्रीय युवा-युवतियों को योजना का 50% अधिकतम 5 लाख का ब्याज मुक्त ऋण मिलेगा. जिसे 7 वर्षों में 84 आसान किस्तों में चुकाना है.

स्वीकृत राशि का 50% अधिकतम 5 लाख रुपये विशेष प्रोत्साहन योजना अंतर्गत अनुदान सब्सिडी देय होगा. योजना का लाभ युवा अनुसूचित जाति जनजाति, महिला और अति पिछड़ा वर्ग के लोग उठा सकेंगे, स्टार्टअप के लिए ही लोन दिया जाना है.

इसे भी पढ़ें- बोले उद्योग मंत्री- बिहार को 14 हजार करोड़ के निवेश का प्रस्ताव, जानें सरकार का एक्शन प्लान

योजना का लाभ सीमित लोगों को ही दिया जाना है, लेकिन इसे लेकर लाखों लोगों ने आवेदन किया है. भारी संख्या में आवेदकों को लेकर ईटीवी भारत ने सरकार के मंत्रियों और नेताओं से बात की.

"उद्यमी योजना से महिलाओं, युवाओं और विशेष तौर पर पिछड़े लोगों को शामिल किया गया है. इस योजना के तहत स्वयं का रोजगार खड़ा करने और उद्योग लगाने वालों को सरकार ने 10 लाख रुपये लोन देने का प्रावधान किया है. इसमें से 5 लाख रुपये सब्सिडी दी जाएगी. इस योजना का मकसद राज्य से पिछड़ेपन को दूर करना है. अभी तक योजना का लाभ लेने के लिए लाखों लोगों ने आवेदन किया है."- प्रेम रंजन पटेल, भाजपा प्रवक्ता

इसे भी पढे़ं- 12वीं पास और बिहार के निवासी हैं, तो मिलेगा 10 लाख रुपये, शर्त ये है

"किसी भी सेक्टर में स्टार्टअप के तहत रोजगार लगाने वाले युवाओं को सरकार मदद करने के लिए तैयार है. सरकार यह भी सुनिश्चित करेगी कि जिस मद में राशि दी जा रही है, उस मद में राशि का उपयोग हो रहा है या नहीं."- प्रमोद कुमार, गन्ना उद्योग मंत्री

वहीं, प्रदेश के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा कि अभी तो आवेदन प्रक्रिया ही चल रही है. प्रक्रिया पूरी होने के बाद योजना का लाभ देने के लिए विभागीय स्तर पर स्क्रूटनी का काम होगा.

नोट- इस योजना का लाभ उठाने के लिए लोग उद्योग विभाग की तरफ से तैयार किए गए www.udyami.bihar.gov.in पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.

पटनाः कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के कारण देश के लाखों लोगों की नौकरियां चली गई हैं. बिहार में भी बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हो गए हैं. लिहाजा, बिहार सरकार ने लोगों को स्वरोजगार करने के लिए 'मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना' (Chief Minister Udyami Yojana) की शुरुआत की है. इस योजना का लाभ लेने के लिए प्रदेश के लाखों युवाओं ने आवेदन किया है.

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बिहार सरकार ने इस योजना के तहत युवाओं को स्वरोजगार करने के लिए अनुदान पर ऋण देने का ऐलान किया है. प्रदेश में बेरोजगारी का आलम ये है कि इस योजना का लाभ लेने के लिए एक लाख से ज्यादा लोग आवेदन कर चुके हैं. पोर्टल पर एक लाख 5 हजार से ज्यादा लोगों ने रजिस्ट्रेशन के लिए ओटीपी रजिस्टर कराया है.

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उद्योग विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 47,600 लोगों ने पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराया है. 17 सितंबर अप्लाई करने की अंतिम तारीख है. बता दें कि इस योजना का लाभ देने के लिए चार कैटेगरी बनाई गई है. जिसमें से हर कैटेगरी के दो-दो हजार लोगों को शॉर्टलिस्ट कर इसका लाभ दिया जाएगा.

बताते चलें कि मुख्यमंत्री उद्यमी योजना की शुरुआत 16 जून से हुई थी. इसके तहत संबंधित क्षेत्रीय युवा-युवतियों को योजना का 50% अधिकतम 5 लाख का ब्याज मुक्त ऋण मिलेगा. जिसे 7 वर्षों में 84 आसान किस्तों में चुकाना है.

स्वीकृत राशि का 50% अधिकतम 5 लाख रुपये विशेष प्रोत्साहन योजना अंतर्गत अनुदान सब्सिडी देय होगा. योजना का लाभ युवा अनुसूचित जाति जनजाति, महिला और अति पिछड़ा वर्ग के लोग उठा सकेंगे, स्टार्टअप के लिए ही लोन दिया जाना है.

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योजना का लाभ सीमित लोगों को ही दिया जाना है, लेकिन इसे लेकर लाखों लोगों ने आवेदन किया है. भारी संख्या में आवेदकों को लेकर ईटीवी भारत ने सरकार के मंत्रियों और नेताओं से बात की.

"उद्यमी योजना से महिलाओं, युवाओं और विशेष तौर पर पिछड़े लोगों को शामिल किया गया है. इस योजना के तहत स्वयं का रोजगार खड़ा करने और उद्योग लगाने वालों को सरकार ने 10 लाख रुपये लोन देने का प्रावधान किया है. इसमें से 5 लाख रुपये सब्सिडी दी जाएगी. इस योजना का मकसद राज्य से पिछड़ेपन को दूर करना है. अभी तक योजना का लाभ लेने के लिए लाखों लोगों ने आवेदन किया है."- प्रेम रंजन पटेल, भाजपा प्रवक्ता

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"किसी भी सेक्टर में स्टार्टअप के तहत रोजगार लगाने वाले युवाओं को सरकार मदद करने के लिए तैयार है. सरकार यह भी सुनिश्चित करेगी कि जिस मद में राशि दी जा रही है, उस मद में राशि का उपयोग हो रहा है या नहीं."- प्रमोद कुमार, गन्ना उद्योग मंत्री

वहीं, प्रदेश के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा कि अभी तो आवेदन प्रक्रिया ही चल रही है. प्रक्रिया पूरी होने के बाद योजना का लाभ देने के लिए विभागीय स्तर पर स्क्रूटनी का काम होगा.

नोट- इस योजना का लाभ उठाने के लिए लोग उद्योग विभाग की तरफ से तैयार किए गए www.udyami.bihar.gov.in पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.

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