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बेऊर जेल में बंद बाहुबली विधायक अनंत सिंह के 'सिम कार्ड' ने उगले राज.. कैद में रहकर चलाते थे 'सरकार'! - anant singh sim card

बेऊर जेल में छापे (Raid in Beur Jail) के बाद मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह का सिम कार्ड और मोबाइल मिला. पुलिस ने उसे सर्विलांस पर चढ़ाकर उसकी कॉल डिटेल निकाली. CDR ने कई चौंकाने वाले राज खोले हैं. वो सिम कार्ड किसका था इसका भी पता पुलिस ने लगा लिया है. जेल से ही छोटे सरकार किसके संपर्क में थे पुलिस जान चुकी है. पढ़ें पूरी खबर-

मोकामा विधायक अनंत सिंह
मोकामा विधायक अनंत सिंह
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Published : Apr 11, 2022, 8:20 AM IST

Updated : Apr 11, 2022, 8:52 AM IST

पटना : बिहार की राजधानी पटना स्थित बेऊर जेल में बंद मोकामा विधायक अनंत सिंह (Mokama MLA Anant Singh) की बैरक से मिले मोबाइल व सिम कार्ड (Anant Singh Sim Card) के मामले की जांच में एक नया खुलासा हुआ है. मिली जानकारी के अनुसार छापेमारी में विधायक के पास से जो मोबाइल और सिम मिले हैं, वो पुनाईचक के रहने वाले एक वृद्ध अर्जुन के नाम पर है. बेऊर थाना प्रभारी का कहना है कि मामले की जांच जारी है. आलाधिकारियों के आदेश पर आगे की कार्रवाई की जायेगी. यही नहीं जरूरत पड़ने पर बाहुबली विधायक अनंत सिंह को रिमांड पर लेकर पूछताछ भी की जाएगी.

ये भी पढ़ें- बेऊर जेल में बंद अनंत सिंह के पास से मोबाइल बरामद, वार्डन सस्पेंड.. जेल अधीक्षक को कारण बताओ नोटिस

जब्त सिम कार्ड ने उगले राज : सीडीआर की जांच से मिली जानकारी के अनुसार अनंत सिंह कई लोगों से संपर्क में रहते थे. पटना पुलिस ने पता लगा लिया है कि बाहुबली विधायक किसका सिम कार्ड यूज कर रहे थे. बेऊर थाने की जांच में पता चला है कि पुनाईचक स्थित एक बुजुर्ग जिसका नाम अर्जुन है उसके नाम पर सिम ले रखा था. पुलिस जब अर्जुन नाम के शख्स को खोजते हुए पुनाईचक पहुंची तो उसने पूरे घटना क्रम से अनभिज्ञता जताई और कहा कि उन्हें कुछ भी मालूम नहीं है. बुजुर्ग शख्स ने साफ इंकार कर दिया कि उनका सिम कार्ड से कोई वास्ता ही नहीं है. बुजुर्ग के बयान के बाद पुलिस ये जानने में लगी हुई है कि सिम कार्ड कहां से और किसके जरिए लिया गया.

मोबाइल फोन से हुई बातें : पुलिस ने सीडीआर यानी 'कॉल डाटा रिकॉर्ड' निकाल लिया है. पुलिस जान गई है कि अनंत सिंह जेल में बंद रहते हुए भी किसके किसके संपर्क में रहते थे. जिन लोगों से उनकी बात हुई है वो लोग भी पुलिस जांच के निशाने पर हैं. सूत्रों से पता चला है कि जेल से ही 'छोटे सरकार' एमएलसी चुनाव में भी एक्टिव थे. जेल के अंदर रहते ही कार्तिक मास्टर के लिए जीत की जमीन तैयारी की. मोबाइल सिम किसके नाम पर है ये पता लग जाने के बाद पुलिस अब ऐसे लोगों पर शिकंजा कसने वाली है जो अनंत सिंह से बातें किया करते थे.

डीएम को सौंपी गई जांच रिपोर्ट : इस पूरे मामले की जांच बेऊर जेल के अधीक्षक जितेंद्र कुमार कर रहे थे. बेऊर थाने के थानाध्यक्ष ने सीडीआर रिपोर्ट की डिटेल के साथ ही उन्होंने अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह (IAS Chandrashekhar Singh) को सौंप दी है. गौरतलब है कि अनंत सिंह के वार्ड से एक मोबाइल सहित जेल से 6 मोबाइल नंबर बरामद किये गए थे. साथ ही दो सेवादार की जगह है 9 सेवादार से सेवा करवायी जा रही थी, जिस पर जेल प्रशासन से स्पष्टीकरण मांगा गया. साथ ही कक्षपाल को निलंबित कर दिया गया. पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि समय बदलकर जेल में छापेमारी की गई और विधायक अनंत सिंह के कक्ष से एक मोबाइल फोन सिम के साथ बरामद किया गया था.

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पटना : बिहार की राजधानी पटना स्थित बेऊर जेल में बंद मोकामा विधायक अनंत सिंह (Mokama MLA Anant Singh) की बैरक से मिले मोबाइल व सिम कार्ड (Anant Singh Sim Card) के मामले की जांच में एक नया खुलासा हुआ है. मिली जानकारी के अनुसार छापेमारी में विधायक के पास से जो मोबाइल और सिम मिले हैं, वो पुनाईचक के रहने वाले एक वृद्ध अर्जुन के नाम पर है. बेऊर थाना प्रभारी का कहना है कि मामले की जांच जारी है. आलाधिकारियों के आदेश पर आगे की कार्रवाई की जायेगी. यही नहीं जरूरत पड़ने पर बाहुबली विधायक अनंत सिंह को रिमांड पर लेकर पूछताछ भी की जाएगी.

ये भी पढ़ें- बेऊर जेल में बंद अनंत सिंह के पास से मोबाइल बरामद, वार्डन सस्पेंड.. जेल अधीक्षक को कारण बताओ नोटिस

जब्त सिम कार्ड ने उगले राज : सीडीआर की जांच से मिली जानकारी के अनुसार अनंत सिंह कई लोगों से संपर्क में रहते थे. पटना पुलिस ने पता लगा लिया है कि बाहुबली विधायक किसका सिम कार्ड यूज कर रहे थे. बेऊर थाने की जांच में पता चला है कि पुनाईचक स्थित एक बुजुर्ग जिसका नाम अर्जुन है उसके नाम पर सिम ले रखा था. पुलिस जब अर्जुन नाम के शख्स को खोजते हुए पुनाईचक पहुंची तो उसने पूरे घटना क्रम से अनभिज्ञता जताई और कहा कि उन्हें कुछ भी मालूम नहीं है. बुजुर्ग शख्स ने साफ इंकार कर दिया कि उनका सिम कार्ड से कोई वास्ता ही नहीं है. बुजुर्ग के बयान के बाद पुलिस ये जानने में लगी हुई है कि सिम कार्ड कहां से और किसके जरिए लिया गया.

मोबाइल फोन से हुई बातें : पुलिस ने सीडीआर यानी 'कॉल डाटा रिकॉर्ड' निकाल लिया है. पुलिस जान गई है कि अनंत सिंह जेल में बंद रहते हुए भी किसके किसके संपर्क में रहते थे. जिन लोगों से उनकी बात हुई है वो लोग भी पुलिस जांच के निशाने पर हैं. सूत्रों से पता चला है कि जेल से ही 'छोटे सरकार' एमएलसी चुनाव में भी एक्टिव थे. जेल के अंदर रहते ही कार्तिक मास्टर के लिए जीत की जमीन तैयारी की. मोबाइल सिम किसके नाम पर है ये पता लग जाने के बाद पुलिस अब ऐसे लोगों पर शिकंजा कसने वाली है जो अनंत सिंह से बातें किया करते थे.

डीएम को सौंपी गई जांच रिपोर्ट : इस पूरे मामले की जांच बेऊर जेल के अधीक्षक जितेंद्र कुमार कर रहे थे. बेऊर थाने के थानाध्यक्ष ने सीडीआर रिपोर्ट की डिटेल के साथ ही उन्होंने अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह (IAS Chandrashekhar Singh) को सौंप दी है. गौरतलब है कि अनंत सिंह के वार्ड से एक मोबाइल सहित जेल से 6 मोबाइल नंबर बरामद किये गए थे. साथ ही दो सेवादार की जगह है 9 सेवादार से सेवा करवायी जा रही थी, जिस पर जेल प्रशासन से स्पष्टीकरण मांगा गया. साथ ही कक्षपाल को निलंबित कर दिया गया. पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि समय बदलकर जेल में छापेमारी की गई और विधायक अनंत सिंह के कक्ष से एक मोबाइल फोन सिम के साथ बरामद किया गया था.

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Last Updated : Apr 11, 2022, 8:52 AM IST
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