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कोरोना की संभावित लहर से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयार, आज अस्पतालों में मॉक ड्रिल

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Published : Dec 26, 2022, 11:06 PM IST

Updated : Dec 27, 2022, 8:06 AM IST

बिहार के गया में कोरोना विस्फोट को देखते हुए एहतियात के तौर पर राज्य सरकार मॉक ड्रिल करने जा रही है. आज सूबे के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर स्वास्थ्य विभाग मॉक ड्रिल करेगा. इसके तहत कोविड को लेकर बिहार कितना तैयार है इसको लेकर जायजा लिया जाएगा.

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पटना: कोरोना वेरिएंट BF7 (Coronavirus New variant bf 7 ) का एक भी मामला भले ही प्रदेश में नहीं आया हो लेकिन विदेशों में फैल रहे इसके मामले को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अब अलर्ट हो गया है. केंद्र सरकार के दिशा निर्देशानुसार राज्य के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों तक कोरोना के इलाज से संबंधित तैयारियों का जायजा लेने के लिए आज मॉक ड्रिल किया जाएगा. जिसमें इलाज के लिए जरूरी संसाधनों की उपलब्धता परखने के साथ-साथ कोरोना के समय में तैयार किए गए ऑक्सीजन प्लांट की स्थिति का जायजा लिया जाएगा. यदि कोई कमी पाई जाती है तो उसे समय रहते दूर करना भी स्वास्थ्य विभाग सुनिश्चित करेगा.

ये भी पढ़ें- गया में कोरोना विस्फोट: 11 विदेशी कोरोना संक्रमित, सभी को मास्क पहनना अनिवार्य



आज बिहार के अस्पतालों में मॉक ड्रिल: इस मामले को लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति ने सभी जिला के डीएम, सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के प्राचार्य और अधीक्षक (जिसमें सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेज भी शामिल है), सभी जिला के जिला सिविल सर्जन और अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी को पत्र भेजा जा चुका है. राज्य स्वास्थ्य समिति ने कोरोना के तैयारियों को लेकर सभी स्वास्थ्य संस्थानों में मॉक ड्रिल एक्सरसाइज आयोजित करने जा रही है. पीएचसी से लेकर तमाम स्वास्थ्य संस्थान शामिल है.


इस मॉक ड्रिल में विभिन्न पैरामीटर पर फोकस किया जाएगा

  • सभी स्वास्थ्य संस्थानों की कोविड से तैयारियों को लेकर मैपिंग.
  • टेलीमेडिसिन सेवाओं को क्रियाशील करने पर भी संबंधित परामर्श लिया जाएगा.
  • बेड कैपेसिटी, जिसमें आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन सपोर्टेड आइसोलेशन बेड, आईसीयू बेड और वेंटीलेशन सपोर्टेड बेड का जायजा लिया जाएगा.
  • ह्यूमन रिसोर्स की उपलब्धता, जैसे चिकित्सक नर्स, पारा मेडिकल, आयुष चिकित्सक, आशा एएनएम इत्यादि की जानकारी ली जाएगी.
  • रेफरल सेवाएं जैसे कि एडवांस्ड और बेसिक लाइफ सपोर्ट वाले एंबुलेंस की उपलब्धता और एंबुलेंस कॉल सेंटर को एक्टिवेट किया जाए.
  • कोरोना के जिलों में टेस्टिंग क्षमता, टेस्टिंग लैब की संख्या का रिव्यू किया जाएगा और आरटी पीसीआर किट, एंटीजन किट और रिएजेंट्स की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली जाएगी.
  • लॉजिस्टिक्स की उपलब्धता के बारे में भी जानकारी ली जाएगी जैसे कि वेंटीलेटर, जरूरी दवाइयां, पीपीई कीट, N95 मस्क इत्यादि.
  • मेडिकल ऑक्सीजन, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर, पी एस ए प्लांट, लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन, स्टोरेज टैंक, मेडिकल गैस पाइपलाइन सिस्टम इत्यादि का आकलन कर आपूर्ति सुनिश्चित किया जाना तय किया जाएगा.



राज्य स्वास्थ्य समिति के पत्र के अनुसार जिला सर्वेक्षण इकाई आईडीएसपी द्वारा एनएचपी पर फैसिलिटी वाइस डाटा को 27 दिसंबर 2022 तक अपडेट किया जाना है. जिसमें हॉटस्पॉट, कांटेक्ट ट्रेसिंग, जिनोमिक सर्विलांस इत्यादि को भी अपडेट किया जाएगा. वहीं राज्य स्वास्थ समिति ने BF.4 वैरीएंट की संक्रामकता को देखते हुए सभी जिलों में स्क्रीनिंग करने और पॉजिटिव सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग कराने के लिए सैंपल को लैब भेजने की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया है.

इसके अलावा हाई रिस्क ग्रुप के व्यक्तियों की पहचान कर उनका तुरंत उपचार कराना सुनिश्चित करने और भारत एवं राज्य सरकार द्वारा पूर्व में जारी समस्त दिशा निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया. राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र लिखकर राज्य के सभी चिकित्सा संस्थानों को लॉजिस्टिक जैसे कि मेडिकल ऑक्सीजन, पीएसए प्लांट, rt-pcr किट, रैपिड एंटीजन किट n95 मास्क और दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है.

पटना: कोरोना वेरिएंट BF7 (Coronavirus New variant bf 7 ) का एक भी मामला भले ही प्रदेश में नहीं आया हो लेकिन विदेशों में फैल रहे इसके मामले को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अब अलर्ट हो गया है. केंद्र सरकार के दिशा निर्देशानुसार राज्य के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों तक कोरोना के इलाज से संबंधित तैयारियों का जायजा लेने के लिए आज मॉक ड्रिल किया जाएगा. जिसमें इलाज के लिए जरूरी संसाधनों की उपलब्धता परखने के साथ-साथ कोरोना के समय में तैयार किए गए ऑक्सीजन प्लांट की स्थिति का जायजा लिया जाएगा. यदि कोई कमी पाई जाती है तो उसे समय रहते दूर करना भी स्वास्थ्य विभाग सुनिश्चित करेगा.

ये भी पढ़ें- गया में कोरोना विस्फोट: 11 विदेशी कोरोना संक्रमित, सभी को मास्क पहनना अनिवार्य



आज बिहार के अस्पतालों में मॉक ड्रिल: इस मामले को लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति ने सभी जिला के डीएम, सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के प्राचार्य और अधीक्षक (जिसमें सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेज भी शामिल है), सभी जिला के जिला सिविल सर्जन और अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी को पत्र भेजा जा चुका है. राज्य स्वास्थ्य समिति ने कोरोना के तैयारियों को लेकर सभी स्वास्थ्य संस्थानों में मॉक ड्रिल एक्सरसाइज आयोजित करने जा रही है. पीएचसी से लेकर तमाम स्वास्थ्य संस्थान शामिल है.


इस मॉक ड्रिल में विभिन्न पैरामीटर पर फोकस किया जाएगा

  • सभी स्वास्थ्य संस्थानों की कोविड से तैयारियों को लेकर मैपिंग.
  • टेलीमेडिसिन सेवाओं को क्रियाशील करने पर भी संबंधित परामर्श लिया जाएगा.
  • बेड कैपेसिटी, जिसमें आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन सपोर्टेड आइसोलेशन बेड, आईसीयू बेड और वेंटीलेशन सपोर्टेड बेड का जायजा लिया जाएगा.
  • ह्यूमन रिसोर्स की उपलब्धता, जैसे चिकित्सक नर्स, पारा मेडिकल, आयुष चिकित्सक, आशा एएनएम इत्यादि की जानकारी ली जाएगी.
  • रेफरल सेवाएं जैसे कि एडवांस्ड और बेसिक लाइफ सपोर्ट वाले एंबुलेंस की उपलब्धता और एंबुलेंस कॉल सेंटर को एक्टिवेट किया जाए.
  • कोरोना के जिलों में टेस्टिंग क्षमता, टेस्टिंग लैब की संख्या का रिव्यू किया जाएगा और आरटी पीसीआर किट, एंटीजन किट और रिएजेंट्स की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली जाएगी.
  • लॉजिस्टिक्स की उपलब्धता के बारे में भी जानकारी ली जाएगी जैसे कि वेंटीलेटर, जरूरी दवाइयां, पीपीई कीट, N95 मस्क इत्यादि.
  • मेडिकल ऑक्सीजन, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर, पी एस ए प्लांट, लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन, स्टोरेज टैंक, मेडिकल गैस पाइपलाइन सिस्टम इत्यादि का आकलन कर आपूर्ति सुनिश्चित किया जाना तय किया जाएगा.



राज्य स्वास्थ्य समिति के पत्र के अनुसार जिला सर्वेक्षण इकाई आईडीएसपी द्वारा एनएचपी पर फैसिलिटी वाइस डाटा को 27 दिसंबर 2022 तक अपडेट किया जाना है. जिसमें हॉटस्पॉट, कांटेक्ट ट्रेसिंग, जिनोमिक सर्विलांस इत्यादि को भी अपडेट किया जाएगा. वहीं राज्य स्वास्थ समिति ने BF.4 वैरीएंट की संक्रामकता को देखते हुए सभी जिलों में स्क्रीनिंग करने और पॉजिटिव सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग कराने के लिए सैंपल को लैब भेजने की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया है.

इसके अलावा हाई रिस्क ग्रुप के व्यक्तियों की पहचान कर उनका तुरंत उपचार कराना सुनिश्चित करने और भारत एवं राज्य सरकार द्वारा पूर्व में जारी समस्त दिशा निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया. राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र लिखकर राज्य के सभी चिकित्सा संस्थानों को लॉजिस्टिक जैसे कि मेडिकल ऑक्सीजन, पीएसए प्लांट, rt-pcr किट, रैपिड एंटीजन किट n95 मास्क और दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है.

Last Updated : Dec 27, 2022, 8:06 AM IST
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