पटना: आरजेडी के विधान परिषद उम्मीदवार रामबली सिंह चंद्रवंशी ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है. उन्होंने कहा कि राजनीतिक साजिश के तहत उन्हें फंसाया गया था. दरअसल, राजधानी पटना के पीबोहर थाने में आरजेडी के विधान परिषद उम्मीदवार प्रोफेसर रामबली चंद्रवंशी पर एक छात्रा ने यौन उत्पीड़न का केस दर्ज करवाया था. इसीलिए वो कॉलेज से दो-दो बार सस्पेंड भी हो चुके हैं. वहीं, उन्होंने कहा कि इस मामले में मैं बेल ले चुका हूं. कुछ दिनों में फ्री होकर प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अपने ऊपर लगाए आरोपों को झूठा साबित करूंगा.
'पार्टी को करेंगे मजबूत'
रामबली सिंह चंद्रवंशी ने बताया कि मेरे जैसे साधारण इंसान को आरजेडी पार्टी ने एमएलसी उम्मीदवार बनाया है. उन्होंने कहा कि आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव और तेजस्वी यादव ने इस विश्वास के साथ हमें एमएलसी बनाने का निर्णय लिया है कि जो अति पिछड़ा वर्ग पार्टी में कमजोर हो रहा था, उसे हम मजबूत करेंगे. हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि 2020 में राष्ट्रीय जनता दल को फिर से सत्ता में ला सकें.
'मुझे फंसाया गया है'
आरजेडी के एमएलसी उम्मीदवार रामबली सिंह चंद्रवंशी ने बताया कि जिन मामलों के बारे में लोग अफवाह उड़ा रहे हैं. उसके बारे में मैंने विधान परिषद के उम्मीदवार फॉर्म में एफिडेविट लगा कर बता दिया है. हमारे ऊपर अभी तत्काल में एक भी मामले नहीं चल रहे हैं. राजनीतिक स्पर्धा के कारण किसी ने मुझे फंसाया है. बता दें कि आरजेडी ने विधान परिषद के लिए 3 प्रत्याशी घोषित किए थे, उनमें से प्रोफेसर रामबली सिंह चंद्रवंशी, फारुख शेख और सुनील कुमार सिंह थे.