पटना: बिहार कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष (bihar congress president) के नाम की घोषणा होनी है और जैसे-जैसे इसमें देर हो रही है, वैसे-वैसे दावेदारों की लिस्ट भी लंबी होती चली जा रही है. अब कांग्रेस की महिला नेताओं का भी नाम इस लिस्ट में जुड़ गया है. कांग्रेस की पूर्व विधायक व बिहार महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अमिता भूषण (Bihar Mahila Congress President Amita Bhushan) और वर्तमान विधायक प्रतिमा कुमारी (MLA Pratima Kumari) का भी नाम चर्चा में है. इसको लेकर प्रतिमा कुमारी ने कहा कि महिलाओं को अगर बिहार कांग्रेस की कमान सौंपी जाती है तो ये बहुत अच्छा होगा. इससे संगठन भी मजबूत होगा और बिहार कांग्रेस आगे बढ़ेगी.
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'किसी महिला को बनाया जाए बिहार कांग्रेस की अध्यक्ष': प्रतिमा कुमारी से जब पूछा गया कि आपका नाम भी चर्चा में है तो उन्होंने कहा कि अगर हम रेस में है तो इसमें बुरा क्या है? महिला भी कमान संभाल सकती है और अच्छे तरीके से संगठन को चला सकती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पहली अध्यक्ष एनी बेसेंट भी महिला थीं. उस समय कांग्रेस कितनी मजबूत था इस बात को देखिए. उन्होंने कहा कि बिहार में अभी जरूरत है कि कांग्रेस सरकार में भष्टाचार, अफसरशाही, मंहगाई के मुद्दे को लेकर सड़क पर आंदोलन करें.
"लोगों को बताया जाए कि बीजेपी देश मे क्या क्या कर रही है. बिहार में वर्तमान सरकार क्या कर रही है जनता किस तरह सरकार के नीतियों से परेशान है. इनसब बातों को लोगों को बताना होगा. हम मानते है कि अगर बिहार कांग्रेस की अध्यक्ष कोई महिला होगी तो ज्यादा संख्या में महिला को कांग्रेस से जोड़ेगी, जिससे शराबबंदी जैसा ढोंग जो बिहार सरकार कर रही है उसका पर्दाफाश होगा. इसीलिए आलाकमान को भी चाहिए कि बिहार कांग्रेस को इस बार महिलाओं के हाथ में दें."- प्रतिमा कुमारी, कांग्रेस विधायक
आपको बता दें कि अध्यक्ष पद को लेकर पूर्व विधायक अमिता भूषण का भी नाम आ रहा है और वर्तमान कांग्रेस विद्यायक प्रतिमा कुमारी का भी नाम चर्चा में है. प्रतिमा कुमारी दलित समाज से आती हैं. अगर महिला को कांग्रेस का कमान मिलता है तो दलित समाज को बिहार प्रदेश का कमान देने का मन बनाये कांग्रेस की पसंद प्रतिमा कुमारी हो सकती हैं.
नए कांग्रेस अध्यक्ष की राह आसान नहीं होगी: इधर, वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं का तर्क है कि बिहार कांग्रेस की कमान (Bihar Congress New President) ऐसे नेता को दी जाए जो जनता की भी पसंद हो. फिलहाल, बिहार कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर इतना तय है कि अध्यक्ष कोई भी बने, उसकी राह आसान नहीं रहने वाली है. अध्यक्ष बनते ही विरोधी खेमा तैयार हो जाएगा. ऐसे में माना जा रहा कांग्रेस आलाकमान द्वारा अध्यक्ष को लेकर लिया गया फैसला चौंकाने वाला भी हो सकता है.
कन्हैया कुमार बनेंगे बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष?: वामपंथी नेता रहे कन्हैया कुमार भी बिहार कांग्रेस अध्यक्ष की दौड़ में (kanhaiya kumar in bihar congress president race) बताए जा रहे हैं. कन्हैया भूमिहार जाति से आते हैं और अच्छे वक्ता भी हैं. ऐसे में कन्हैया का चेहरा भी जाना पहचाना है. हालाकि सूत्रों का कहना कि कन्हैया का अध्यक्ष बनना इतना आसान नहीं है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कन्हैया को स्वीकार करेंगे इसके आसार कम हैं. ऐसे में कन्हैया का अध्यक्ष बनना आसान नहीं है. दरअसल, बिहार में आरजेडी और कांग्रेस की राहें अलग होने के पीछे एक वजह कन्हैया कुमार से जुड़ी भी बताई जा रही है जिन्हें तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) का बराबर का प्रतिद्वंद्वी माना जाता है.
ये हो सकते हैं बिहार कांग्रेस के नए अध्यक्ष: दूसरी तरफ, सूत्र बताते हैं कि अध्यक्ष बनने की दौड़ में कुटुंबा विधायक विधायक राजेश राम, पूर्व सांसद रंजीता रंजन, राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह भी आगे हैं. वैसे, विजय शंकर दुबे भी इस रेस में बताए जा रहे हैं लेकिन इस बार भी ब्राह्मण अध्यक्ष बनें इसकी संभावना कम है. सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस बिहार में सवर्णों की राजनीति करती रही है. ऐसे में कांग्रेस इस बार भी सवर्ण अध्यक्ष बनाकर सवर्णों को साधने की कोशिश करेगी.
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