पटना: राष्ट्रीय जनता दल (Rashtriya Janata Dal) में लालू यादव (Lalu Yadav), राबड़ी देवी (Rabri Devi), मीसा भारती (Misa Bharti), तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) और तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के बाद अब परिवार के एक और सदस्य की राजनीति (Bihar Politics) में एंट्री की तैयारी हो रही है. जानकारी के अनुसार मीसा भारती के पति (Misa Bharti Husband) शैलेश कुमार (Shailesh Kumar) को विधान परिषद (Bihar Legislative Council) में भेजने की तैयारी की जा रही है.
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बिहार में पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Chunav) के बाद बिहार विधान परिषद की स्थानीय निकाय की 24 सीटों पर चुनाव होने की संभावना है. वहीं अगले साल जुलाई महीने में विधान सभा कोटे की सात सीटें विधान परिषद में खाली होने वाली हैं और इस बात की चर्चा जोरों पर है कि मीसा भारती के पति शैलेश कुमार को राष्ट्रीय जनता दल, विधान परिषद में भेजने की तैयारी कर रहा है.
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हाल में विधानसभा की 2 सीटों पर हुए चुनाव के दौरान तारापुर उपचुनाव (Tarapur by-election) में राजद ने शैलेश कुमार को काउंटिंग एजेंट (Counting Agent) बनाया था. आपको बता दें कि वर्ष 1999 में लालू यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती की शादी बिहटा निवासी शैलेश कुमार से हुई थी. शैलेश इंफोसिस में बतौर इंजीनियर काम कर रहे थे. हालांकि बाद में उन्होंने नौकरी छोड़ दी. कुछ साल पहले शैलेश कुमार तब चर्चा में आए थे जब प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उनसे पूछताछ की थी.
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शैलेश कुमार की चर्चा होते ही भाजपा ने राजद और लालू परिवार पर बड़ा हमला बोला है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल (Prem Ranjan Patel) ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल परिवारवाद से अब तक बाहर नहीं निकल पाया है.
"परिवार के तमाम सदस्यों की भलाई लालू परिवार के लिए सबसे ऊपर है. उन्हें जनता से इससे ज्यादा कोई मतलब नहीं कि उन्हें झूठ बोलकर और बहकाकर वोट ले लें और भलाई सिर्फ अपने परिवार की करें."- प्रेम रंजन पटेल, प्रदेश प्रवक्ता, भाजपा
इधर राष्ट्रीय जनता दल ने इस पूरे मामले पर सफाई दी है. राजद के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी (Mrityunjay Tiwari) ने कहा कि विरोधियों को लालू परिवार पर बोले बिना चैन नहीं आता क्योंकि इसके बिना उनकी राजनीति नहीं चल सकती.
"लालू यादव ने जितने समाज के वंचित लोगों को सदन तक पहुंचाया है, वह एक मिसाल है. सदन में कौन जाएगा इसका फैसला लालू यादव और हमारे नेता तेजस्वी यादव करते हैं, लेकिन इतना तय है कि समाज के आखिरी पायदान पर बैठे लोगों की भलाई और उन्हें समाज की मुख्यधारा तक जोड़ने का जो काम लालू यादव ने किया है, उसके बारे में दूसरे नेता सोच भी नहीं सकते."- मृत्युंजय तिवारी, प्रदेश प्रवक्ता, राजद
बता दें कि बिहार विधान परिषद में स्थानीय निकाय की 24 सीटें खाली हैं, जो त्रिस्तरीय निकाय चुनाव पूरा हो जाने के बाद भरी जाएंगी. वहीं 21 जुलाई 2022 को विधानसभा कोटे की 7 सीटें खाली होने वाली हैं. ये सात हैं गुलाम रसूल बलियावी, अर्जुन सहनी, सीपी सिन्हा, कमरे आलम, रणविजय सिंह, तनवीर अख्तर की पत्नी रोजिना नाजिम और मुकेश सहनी की. सात सीटों पर महागठबंधन से तीन, एनडीए (NDA) से चार एमएलसी (MLC) चुने जाएंगे, तीन में से दो आरजेडी (RJD) के होंगे.