पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल होने को लेकर केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस के बयान ने फिर से अटकलों को हवा दे दी है. हालांकि मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि हमारे नेता ने कल ही स्पष्ट कर दिया है कि ऐसा कुछ भी नहीं होगा. इसमें कोई सच्चाई नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर एनडीए के नेता इस तरह का बयान देते हैं तो ये उनकी मर्जी है लेकिन अगर एनडीए के सभी नेता चाहते हैं कि हमारे नेता को एनडीए में शामिल हों तो यह एक अच्छी खबर है कि हमारे नेता की विश्वसनीयता इतनी अच्छी है कि सभी लोग उन्हें अपने साथ रखना चाहते हैं.
ये भी पढ़ें: Pashupati Kumar Paras: 'NDA में नीतीश का स्वागत है..स्वागत है..' केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस के बयान से हलचलें तेज
"अगर एनडीए के सभी सहयोगी कह रहे हैं या चाह रहे हैं तो ये तो हमारे मुख्यमंत्री के नेतृत्व की विश्वसनीयता है कि सब लोग उनको अपनी तरफ चाहते हैं लेकिन हम किधर रहेंगे, ये फैसला तो मुख्यमंत्री जी और जेडीयू ही करेंगे ना. सीएम का निर्णय महागठबंधन में रहने का है"- विजय कुमार चौधरी, मंत्री, बिहार सरकार
क्या इंडिया गठबंधन से नाराज हैं नीतीश?: विजय चौधरी ने उस सवाल को खारिज कर दिया है, जिसमें पत्रकारों ने उनसे महागठबंधन या इंडिया गठबंधन में नीतीश कुमार की नाराजगी को लेकर प्रश्न पूछा गया. मंत्री ने कहा कि किसने कह दिया कि सीएम अनकंफर्ट हैं. संंयोजक नहीं बनाने के सवाल पर विजय चौधरी ने कहा कि संयोजक की चर्चा कहां हो रही है. हमलोगों ने कब कहा था कि नीतीश कुमार संयोजक बनना चाहते हैं. वहीं हरिवंश पर कोई कार्रवाई नहीं किए जाने के सवाल पर पर भी उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार कहीं जाने वाले नहीं हैं. सच्चाई यही है कि हम लोग महागठबंधन में मजबूती से हैं.
क्या बोले थे पशुपति पारस?: दरअसल., पत्रकारों से बातचीत करते हुए आरएलजेपी अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने कहा था कि नीतीश कुमार को जितना जल्दी हो महागठबंधन छोड़ देना चाहिए. उन्होंने ये भी कहा कि अगर वह एनडीए में आते हैं तो उनका स्वागत होगा. उससे पहले उपेंद्र कुशवाहा ने भी इसी तरह का बयान दिया था. हालांकि सुशील मोदी ने इससे उलट जवाब देते हुए कहा था कि नीतीश कुमार नाक भी रगड़ेंगे तो भी उनको एनडीए में शामिल नहीं किया जाएगा.