पटना: राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने 12वीं कक्षा के इतिहास के पाठ्य-पुस्तक से मुगलकालीन और शीत युद्ध के अध्याय को हटा दिया (NCERT Removing Mughal Period Chapter) है. एनसीईआरटी की और से इसे हटाने पर देशभर में सियासत शुरू हो गई है. बिहार में भी इसपर बहस जारी है. बिहार सरकार में वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि एनसीईआरटी (NCERT) द्वारा 12वीं कक्षा के इतिहास के पाठ्य-पुस्तक से मुगलकालीन एवं शीत युद्ध के अध्याय को हटाना भारत के इतिहास से छेड़छाड़ करने की गहरी साजिश है.
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"जो स्टूडेंट भारत में मुगलकाल की घटनाओं से परिचित नहीं होंगे, वो आधुनिक भारत की बातों का परिपेक्ष्य और आधार से परिचित ही नहीं हो पायेंगे. वे कुतुब मीनार, फतेहपुर सीकरी, ताजमहल एवं लाल किला का संदर्भ कैसे समझ पायेंगे, यह सोचने की बात है."- विजय कुमार चौधरी, वित्त मंत्री
इतिहास से छेड़छाड़ खतरनाक: वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि इसी प्रकार बिना शीत युद्ध की जानकारी के कोई व्यक्ति द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद की दुनिया के इतिहास को और 120 देशों के गुट निरपेक्ष आंदोलन को, जिसके नेतृत्वकर्त्ता देशों में से एक भारत था, कैसे समझेगा. यही वो वक्त था, जब आजादी के भारत ने पूरी दूनिया भर में एक नेतृत्वकर्त्ता देश के रूप में अपनी उपस्थिति बनायी थी.
"लगता है आज केन्द्रीय सरकार के नेताओं को देश की पुरानी गौरवशाली उपलब्धियां गले से नीचे नहीं उतरती और वे किसी ग्रन्थि से पीड़ित हैं. इस तरह से अपनी पसन्द-नापसन्द के आधार पर इतिहास की घटनाओं से छेड़-छाड़ खतरनाक एवं निन्दनीय है."- विजय कुमार चौधरी, वित्त मंत्री