पटनाः राजधानी पटना में जलजमाव को लेकर बीजेपी और जदयू के बीच खाई बढ़ती ही जा रही है. दोनों सहयोगी दलों के बीच खटास कम होने का नाम नहीं ले रहा. बीजेपी नेताओं के हमले के बाद पूर्व नगर विकास मंत्री और वर्तमान में जदयू कोटे से योजना एवं विकास मंत्री महेश्वर हजारी ने बड़ा आरोप लगाया है. महेश्वर हजारी का कहना है कि पटना में जलजमाव के लिए नगर विकास मंत्री की चूक बताई है.
नीतीश कैबिनेट में जदयू कोटे के मंत्री महेश्वर हजारी ने नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा का नाम लिए बिना सीधा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि संप हाउस में जितने संसाधन है, यदि सही ढंग से काम करता तो पटना में जलजमाव नहीं होता. नगर विकास मंत्री पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि वो नगर विकास मंत्री रहते हुए बरसात के पहले रात 9 बजे तक संप हाउस की समीक्षा करते थे. खराब संप हाउस को ठीक कराते और नालों की सफाई भी करवाते. महेश्वर हजारी ने बताया कि नगर विकास मंत्री रहने के दौरान कभी हड़ताल नहीं होने दिया. हड़ताल की स्थिति उत्पन्न होने से पहले ही मामले को बातचीत से सुलझाते थे.
'अपनी जिम्मेदारी समझे मंत्री'
महेश्वर हजारी ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि जब वो नगर विकास मंत्री थे, उस समय एक-एक संप हाउस की समीक्षा करते थे. सुरेश शर्मा पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने उन्हें मंत्री पद की जिम्मेदारी दी है, ऐसे में उन्हें अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए थी. यह मंत्री स्तर से चूक है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पटना में जलजमाव को लेकर चिंतित रहते हैं.
बीजेपी-जदयू के बीच बयानबाजी तेज
पूर्व नगर विकास मंत्री के बयान पर देखना है कि बीजेपी की तरफ से क्या प्रतिक्रिया आती है. क्योंकि बीजेपी नेताओं की बयानबाजी के बाद जदयू के कई वरिष्ठ नेता सियासी अखाड़े में उतर कर पलटवार कर रहे हैं. इसी क्रम में नगर विकास मंत्री सुरेश मंत्री के बयान पर विभाग के पूर्व मंत्री ने जवाब दिया है. इससे पहले नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने बयान दिया था कि अधिकारी उनकी बात नहीं, मुख्यमंत्री की बात सुनते हैं.