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'केंद्र सरकार अग्निपथ स्कीम पर करे विचार, प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर निकाले समाधान'

अग्निपथ पर बिहार में उग्र प्रदर्शन (Agnipath Scheme Protest in Bihar) हुआ. कई जगहों पर ट्रेनों को आग के हवाले किया गया. पुलिस प्रशासन भी मोर्चा संभाले हुए थे और प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे. बिहार में बिगड़ते लॉ एंड ऑर्डर पर मंत्री बिजेंद्र यादव ने कहा कि केंद्र सरकार को लोगों से बातचीत करके मामले को सुलझाना चाहिए.

bijendra yadav on agnipath scheme
bijendra yadav on agnipath scheme
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Published : Jun 16, 2022, 7:14 PM IST

पटना: सेना में बहाली को लेकर केंद्र सरकार की ओर से लाई गई अग्निपथ योजना का विरोध जारी है. बिहार में कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन (Protests Against Agniveer Army Recruitment Scheme) किया गया. रेलवे ट्रैक को निशाना बनाया गया साथ ही कई ट्रेनों को आग (Violence Over Agnipath Scheme In Bihar) के हवाले कर दिया गया. प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और रेलवे पटरियों पर धरना देने वाले युवाओं को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया. बिहार में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है. इसपर बिहार के ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र यादव (Energy Minister Bijendra Yadav) ने कहा कि केंद्र सरकार को लोगों से बातचीत करते मामले को सुलझाना चाहिए.

पढ़ें- शाहनवाज हुसैन की छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील, बोले- 'अग्निपथ स्कीम समझने में हुई गलतफहमी'

'केंद्र सरकार करे लोगों से बात': बिजेंद्र यादव ने कहा कि इसके बारे में मुझे बहुत जानकारी नहीं है. केंद्रीय मंत्री ही बता सकते हैं. भारत सरकार के मंत्री ही इसपर कुछ कह सकते हैं. सभी जगह प्रदर्शन हो रहे हैं. प्रदर्शन होंगे तो जिले अलर्ट रहेंगे ही. केंद्र सरकार को इसपर राय लेनी चाहिए और लोगों से बात करनी चाहिए.

"स्वाभाविक है कि किसी चीज का विरोध होगा तो लॉ एंड ऑर्डर का प्रॉब्लम होगा. उस चीज को कंट्रोल किया जाएगा. जो घोषणा हुई है उसका डिटेल मैंने देखा नहीं है. जानकारी लेने के बाद ही कोई पहल करेंगे. केंद्र सरकार इसपर विचार करे. जो लोग विरोध कर रहे हैं उनका क्या कहना है? उनके साथ बैठकर बातचीत करे."- बिजेंद्र यादव, ऊर्जा मंत्री

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया था भर्ती का ऐलानः बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा अग्‍न‍िवीरों के लिए अग्‍न‍िपथ योजना की घोषणा करने के अगले ही दिन यानी बुधवार को बिहार में प्रदर्शन शुरू हो गया. और आज़ दूसरे दिन भी छात्र रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया है।14 जून को इस योजना की गई थी शुरुवातकेंद्र सरकार ने 14 जून को सेना की तीनों शाखाओं- थलसेना, नौसेना और वायुसेना में युवाओं की बड़ी संख्या में भर्ती के लिए अग्निपथ भर्ती योजना शुरू की है. जिसके तहत नौजवानों को सिर्फ 4 साल के लिए डिफेंस फोर्स में सेवा देनी होगी. सरकार ने यह कदम तनख्वाह और पेंशन का बजट कम करने के लिए उठाया है. इस योजना से नाराज छात्रों का कहना है कि ये योजना उनके भविष्य को बर्बाद कर देगी.

'अंग्निपथ स्कीम' से क्यों नाराज है छात्र : दरअसल, 2020 से आर्मी अभ्यर्थियों की कई परीक्षाएं हुई थी. किसी का मेडिकल बाकी था तो किसी का रिटेन. ऐसे सभी अभ्यर्थियों की योग्यता एक झटके में रद्द कर दी गई. पहले ये नौकरी स्थाई हुआ करती थी. मतलब सरकारी नौकरी का ख्वाब इससे नौजवान पूरा करते थे. नई स्कीम की तहत बताया गया कि अब चार साल की नौकरी होगी. इसमें सिर्फ 25 प्रतिशत अग्निवीरों को स्थाई किया जाएगा. 75 प्रतिशत चार साल बाद रिटायर हो जाएंगे. उनको पेंशन समेत बाकी सुविधाएं नहीं मिलेंगी. बिहार जैसे राज्य में जहां ज्यादातर युवाओं का एक ही लक्ष्य कह लीजिए या सपना सरकारी नौकरी होता है, ऐसे में सपना टूटता देख छात्र सड़कों पर उतर गए.

ऐसे होगा वेतन का भुगतानः भारत सरकार द्वारा जिस अग्निपथ योजना की शुरुवात की गई है. उसमें बहाली के प्रथम वर्ष में 21 हजार रुपये वेतन के रूप में भारत सरकार के द्वारा प्रत्येक महीने भुगतान किया जाएगा. दूसरे वर्ष वेतन में वृद्धि कर 23 हजार 100 रुपये प्रत्येक महीने दिया जाएगा और तीसरे महीने 25 हजार 580 एवं चौथे वर्ष में 28 हजार रुपये वेतन के रूप में भुगतान करने के साथ ही उन युवाओं को रिटायर्ड कर दिया जाएगा. लेकिन इस योजना को लेकर बिहार में चारों तरफ हंगामा बरपा है.

पढ़ें- 'अग्निपथ' पर बिहार में दूसरे दिन भी बवाल, बक्सर में रेलवे ट्रैक पर आगजनी, बाल-

बाल बचे पैसेंजर



पटना: सेना में बहाली को लेकर केंद्र सरकार की ओर से लाई गई अग्निपथ योजना का विरोध जारी है. बिहार में कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन (Protests Against Agniveer Army Recruitment Scheme) किया गया. रेलवे ट्रैक को निशाना बनाया गया साथ ही कई ट्रेनों को आग (Violence Over Agnipath Scheme In Bihar) के हवाले कर दिया गया. प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और रेलवे पटरियों पर धरना देने वाले युवाओं को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया. बिहार में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है. इसपर बिहार के ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र यादव (Energy Minister Bijendra Yadav) ने कहा कि केंद्र सरकार को लोगों से बातचीत करते मामले को सुलझाना चाहिए.

पढ़ें- शाहनवाज हुसैन की छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील, बोले- 'अग्निपथ स्कीम समझने में हुई गलतफहमी'

'केंद्र सरकार करे लोगों से बात': बिजेंद्र यादव ने कहा कि इसके बारे में मुझे बहुत जानकारी नहीं है. केंद्रीय मंत्री ही बता सकते हैं. भारत सरकार के मंत्री ही इसपर कुछ कह सकते हैं. सभी जगह प्रदर्शन हो रहे हैं. प्रदर्शन होंगे तो जिले अलर्ट रहेंगे ही. केंद्र सरकार को इसपर राय लेनी चाहिए और लोगों से बात करनी चाहिए.

"स्वाभाविक है कि किसी चीज का विरोध होगा तो लॉ एंड ऑर्डर का प्रॉब्लम होगा. उस चीज को कंट्रोल किया जाएगा. जो घोषणा हुई है उसका डिटेल मैंने देखा नहीं है. जानकारी लेने के बाद ही कोई पहल करेंगे. केंद्र सरकार इसपर विचार करे. जो लोग विरोध कर रहे हैं उनका क्या कहना है? उनके साथ बैठकर बातचीत करे."- बिजेंद्र यादव, ऊर्जा मंत्री

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया था भर्ती का ऐलानः बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा अग्‍न‍िवीरों के लिए अग्‍न‍िपथ योजना की घोषणा करने के अगले ही दिन यानी बुधवार को बिहार में प्रदर्शन शुरू हो गया. और आज़ दूसरे दिन भी छात्र रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया है।14 जून को इस योजना की गई थी शुरुवातकेंद्र सरकार ने 14 जून को सेना की तीनों शाखाओं- थलसेना, नौसेना और वायुसेना में युवाओं की बड़ी संख्या में भर्ती के लिए अग्निपथ भर्ती योजना शुरू की है. जिसके तहत नौजवानों को सिर्फ 4 साल के लिए डिफेंस फोर्स में सेवा देनी होगी. सरकार ने यह कदम तनख्वाह और पेंशन का बजट कम करने के लिए उठाया है. इस योजना से नाराज छात्रों का कहना है कि ये योजना उनके भविष्य को बर्बाद कर देगी.

'अंग्निपथ स्कीम' से क्यों नाराज है छात्र : दरअसल, 2020 से आर्मी अभ्यर्थियों की कई परीक्षाएं हुई थी. किसी का मेडिकल बाकी था तो किसी का रिटेन. ऐसे सभी अभ्यर्थियों की योग्यता एक झटके में रद्द कर दी गई. पहले ये नौकरी स्थाई हुआ करती थी. मतलब सरकारी नौकरी का ख्वाब इससे नौजवान पूरा करते थे. नई स्कीम की तहत बताया गया कि अब चार साल की नौकरी होगी. इसमें सिर्फ 25 प्रतिशत अग्निवीरों को स्थाई किया जाएगा. 75 प्रतिशत चार साल बाद रिटायर हो जाएंगे. उनको पेंशन समेत बाकी सुविधाएं नहीं मिलेंगी. बिहार जैसे राज्य में जहां ज्यादातर युवाओं का एक ही लक्ष्य कह लीजिए या सपना सरकारी नौकरी होता है, ऐसे में सपना टूटता देख छात्र सड़कों पर उतर गए.

ऐसे होगा वेतन का भुगतानः भारत सरकार द्वारा जिस अग्निपथ योजना की शुरुवात की गई है. उसमें बहाली के प्रथम वर्ष में 21 हजार रुपये वेतन के रूप में भारत सरकार के द्वारा प्रत्येक महीने भुगतान किया जाएगा. दूसरे वर्ष वेतन में वृद्धि कर 23 हजार 100 रुपये प्रत्येक महीने दिया जाएगा और तीसरे महीने 25 हजार 580 एवं चौथे वर्ष में 28 हजार रुपये वेतन के रूप में भुगतान करने के साथ ही उन युवाओं को रिटायर्ड कर दिया जाएगा. लेकिन इस योजना को लेकर बिहार में चारों तरफ हंगामा बरपा है.

पढ़ें- 'अग्निपथ' पर बिहार में दूसरे दिन भी बवाल, बक्सर में रेलवे ट्रैक पर आगजनी, बाल-

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