पटना: सदाकत आश्रम में शुक्रवार को बिहार कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक हुई. इस बैठक में सभी कांग्रेसी विधायक शामिल हुए. नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले बक्सर से कांग्रेस विधायक मुन्ना तिवारी ने कहा कि इस बार की लड़ाई बहुत बड़ी थी. दोनों गठबंधन के बीच कांटे का टक्कर देखने को मिला. तीसरे फेज में महागठबंधन चूक गई. अगर कांग्रेस पिछले विधानसभा के सीटों के आंकड़े तक भी पहुंच जाती तो आज सदन की तस्वीर कुछ और होता.
निजी संबंध अपनी जगह, विचारधारा अपनी जगह
कांग्रेस के विधायकों के बैठक पर उन्होंने कहा के कांग्रेस के सभी विधायक एकजुट हैं. नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले मुन्ना तिवारी ने कहा कि निजी संबंध किसी के भी किसी से हो सकते हैं. इसका मतलब यह नहीं है कि निजी संबंध के कारण हम पार्टी छोड़ दें. हमारा नीतीश कुमार या किसी भी विरोधी राजनेता से राजनैतिक व वैचारिक अलगाव हैं, कोई निजी दुश्मनी नहीं हैं.
नतीजों की करेंगे समीक्षा
महागठबंधन में कांग्रेस के प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि हमें हार की समीक्षा करनी चाहिए. अगर कांग्रेस बिहार विधानसभा चुनाव में थोड़ा बेहतर प्रदर्शन करती तो आज समीकरण कुछ और होते. महज कुछ सीटों के ओर फेर से महागठबंधन सरकार बनाने से चूक गई. लेकिन सदन के अंदर बहुमत को चुनाव में हासिल न कर पाने का ठीकरा किसी भी सहयोगी के सिर फोड़ना सही नहीं है.
पार्टी आलाकमान तय करेगी कांग्रेस विधायक दल का नेता
कांग्रेस विधायक दल के नेता बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि, वह कांग्रेस के विधायक दल के नेता की रेस में खुद को नहीं रखते हैं. मुन्ना तिवारी ने कहा कि इसका निर्णय पार्टी आलाकमान तय करेगी.