पटना: जेडीयू के अतिपिछड़ा एवं वंचित समाज के प्रमुख नेताओं की बैठक पार्टी कार्यालय के कर्पूरी सभागार में हुई. इसकी अध्यक्षता जेडीयू राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचन्द्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में हुई. बैठक में निर्णय लिया गया कि हर प्रमंडल मे कर्पूरी रथ के माध्यम से जेडीयू के संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत बनाने और सरकार की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाने का काम करेंगे. वहीं, राज्य के सभी जिलों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया.
'सक्रिय एवं समर्पित कार्यकर्ता ही राजनीतिक दल के मेरूदंड होते हैं. ये ही सामाजिक, सांस्कृतिक एवं राजनीतिक परिवर्तन के संदेश-वाहक हैं. अतः इन्हें वैचारिक दृष्टि से सशक्त बना कर राजनीतिक चुनौतियों को स्वीकार करने में सक्षम बनान जरूरी है.'- रामचंद्र प्रसाद सिंह, अध्यक्ष, जेडीयू
नीतीश के कार्यों से सभी वर्गों को मिला लाभ
जेडीयू अध्यक्ष ने कहा कि पिछले पंद्रह सालों के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने न्याय के साथ विकास का जो काम किया है, उसका लाभ समाज के सभी वर्गों तक मिला है. इसमें दोराय नहीं कि जेडीयू की राजनीति के केंद्र में अतिपिछड़ा और वंचित समाज है. हमारा प्रमुख समर्थक-समूह है. पहले यह समूह अलग-अलग जातियों में बंटा हुआ था. नीतीश कुमार ने पहली बार इसे एक समूह में लाकर वर्ग के रूप में राजनीतिक पहचान दी है.
उन्होंने स्पष्ट कहा कि लोकतांत्रित व्यवस्था में समाज के सभी लोगों को आगे बढ़ने और अवसार उपलब्ध करने का हक है, लेकिन जो कमजोर, वंचित और उपेक्षित होते हैं, उन्हें विशेष अवसर की जरूरत होती है ताकि वे सबके साथ चलने की स्थिति में आ सकें. हमारी कोशिश होगी कि संगठन और सरकार दोनों स्तरों पर यथा संभव इसका पालन हो सके.
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कर्पूरी रथ के माध्यम से जनता के बीच जाएंगे
बैठक के बाद पूर्व मंत्री लक्ष्मेश्वर राय ने कहा कि बैठक में फैसला हुआ है कि कर्पूरी रथ के माध्यम से जनता के बीच जाएंगे. कार्यालय प्रभारी नवीन आर्य ने भी बैठक के बारे में विस्तृत जानकारी दी. राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद से आरसीपी सिंह लगातार पार्टी कार्यालय में बैठक रहे हैं. अलग-अलग समाज के नेताओं के साथ बैठक कर आगे की रणनीति तैयार कर रहे हैं. इसे पार्टी का संगठन मजबूत हो सके.