पटनाः राजधानी में बढ़ते कोरोना संक्रमण की महामारी से सरकार काफी परेशान है. सरकार के लाख कोशिश के बाद भी कोरोना का कहर कम होने के नाम नहीं ले रहा है. उसी के आलोक में सरकार ने 21 जुलाई से सभी अनुमंडल अस्पताल में कोरोना जांच कराने का निर्देश दिया था.
बिहार में बढ़ रहा कोरोना संक्रमण
प्रिंट और एलोक्ट्रॉनिक मीडिया के समाचार के माध्यम से अनुमंडल क्षेत्र के लोग सुबह से ही अस्पताल पहुंचने लगे. लेकिन देर शाम तक पटना से कोई मेडिकल टीम कोरोना जांच करने के लिए अस्पताल नहीं आया. जिसके बाद संदिग्ध मरीजों ने अस्पताल उपाधीक्षक आभा कुमारी से मिलकर जांच टीम नहीं आने के बारे में जानकारी ली.
अनुमंडल अस्पताल में कोरोना जांच कराने का निर्देश
वहीं शिकायत भी किया कि हमलोग दूर ग्रामीण इलाके से समाचार के माध्यम से कोरोना जांच कराने अनुमंडल अस्पताल आये हैं. सरकार ने कल घोषणा की थी कि सभी अनुमंडल अस्पताल में 21 जुलाई से कोरोना जांच की जाएगी. लेकिन सरकार के निर्देश के बाद भी अस्पताल में कोरोना की जांच नहीं हो रही है.
निर्देश के बाद भी नहीं हो रहा जांच
दुल्हिन बाजार के लाला भदसरा गांव निवासी ने बताया की बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण मुझे भी ऐसा महसूस हुआ कि मैं काफी लोगों के साथ मिलाजुला हूं. संदेह होने के कारण कोरोना जांच कराने के लिये 15 जुलाई को दुल्हिन बाजार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गया. जिसके बाद वहां के डॉक्टर ने मुझे बताया कि पालीगंज अनुमंडल अस्पताल में कोरोना की जांच होती है. उसके बाद में पालीगंज अस्पताल जांच कराने आया, लेकिन यहां के डॉक्टर ने बताया कि अभी जांच नहीं हो रही है.
दो तीन दिनों में कोरोना जांच होने की संभावना
पालीगंज अनुमंडल अस्पताल उपाधीक्षक आभा कुमारी ने ईटीवी भारत को बताया कि पटना से कोरोना मेडिकल जांच टीम को आना था. लेकिन पटना में कोरोना संक्रमण बढ़ने के कारण यहां की मेडिकल टीम को पटना में जांच के लिए लगा दिया गया है. अगले दो तीन दिनों में यहां अस्पताल में कोरोना जांच होने की संभावना है.