पटना: एक मां जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है. उसकी आखिरी इच्छा है कि वो अपनी बेटी के मांग में सिंदूर सजता देखे. फिर क्या था बेटी ने अपनी मां की आखिरी इच्छा को पूरा करने के लिए शादी रचा ली और इसमें उसका साथ दिया उसके मंगेतर ने.
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मां की अंतिम इच्छा बेटी ने की पूरी: छह महीने पहले ब्रजेश और रिया की सगाई परिवार के समक्ष हुई थी. पूरा माहौल खुशियों से भरा था. दोनों परिवार शादी की तैयारी कर रहे थे. धूमधाम से शादी के लिए लिस्ट बनाई जा रही थी. लेकिन इसी बीच रिया की मां की अचानक तबीयत खराब हो गई. डॉक्टरों ने बताया कि रिया की मां को लीवर कैंसर है. उसके बाद मां को नालंदा मेडिकल अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया. शादी का माहौल गम में तब्दील हो गया.
रिया ने रचाई शादी: इसी बीच अस्पताल में भर्ती मां ने अपनी बेटी को कहा कि मेरी आखिरी इच्छा (daughter fulfilled last wish of Mother in patna) तुम्हे दुल्हन बनते देखना है. बेटी ने अपने मंगेतर ब्रजेश को मां की आखिरी इच्छा से अवगत कराया. ब्रजेश भी अपनी सास की आखिरी ख्वाहिश को पूरा करने के लिए शादी करने को राजी हो गया.
दूल्हे ने दिया दुल्हन का साथ: रातो रात पूरे परिवार के सामने रिया और ब्रजेश ने शंकर वाटिका शिव मंदिर में शादी की. पूरे विधि-विधान से दोनों ने शादी रचाई. इस पूरे कार्यक्रम को प्रबुद्ध समाजसेवी पिंकू यादव और अनुराधा देवी ने मां-बाप बनकर पूरा किया. खुशी के माहौल में भी रिया को मां की कमी खल रही थी.
"मेरी मां की अंतिम इच्छा को मैं पूरा कर रही हूं. मां की अंतिम इच्छा से कुछ भी बड़ा नहीं है. मुझे मां दुल्हन के रूप में देखना चाहती है. इसलिए मैंने मंदिर में शादी कर ली."- रिया, दुल्हन
"शादी आज नहीं तो कल करनी थी. सास की इच्छा पूरी करने से हमारी शादी सफल हो गयी. उनका आशीर्वाद हमारे लिए जरूरी था."- ब्रजेश, दूल्हा