पटना: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (Bihar School Examination Board) द्वारा आयोजित मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2023 के पहले दिन प्रदेश के 1500 परीक्षा केंद्रों पर शांतिपूर्ण तरीके से परीक्षा संपन्न हुई. पूरे परीक्षा के दौरान दूसरे के बदले परीक्षा देने वाले कुल 17 मुन्नाभाई पकड़े गए. इसमें सर्वाधिक नालंदा जिले में 12, सुपौल में 3, रोहतास और जहानाबाद जिले में एक एक परीक्षार्थी दूसरे के बदले परीक्षा देते पकड़े गए.
ये भी पढ़ें- Bihar Inter Exam 2023: बिहार में मैथ्स के वायरल प्रश्न पत्र निकले फर्जी, परीक्षार्थियों ने कहा- प्रश्न रहे काफी आसान
कई मुन्ना भाई परीक्षा के दौरान गिरफ्तार : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के कई परीक्षार्थी दूसरे के बदले परीक्षा देते पकड़े गए. जिन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. वहीं मैट्रिक परीक्षा के पहले दिन दोनों पारियों में प्रदेश के 11 जिलों से 29 परीक्षार्थी कदाचार के आरोप में निष्कासित किए गए. सारण जिले में 7 परीक्षार्थी, सुपौल जिला में 4 परीक्षार्थी, मधेपुरा, गोपालगंज नालंदा में 3-3, वैशाली, मधुबनी, जमुई में 2-2.
17 नकली परीक्षार्थी गिरफ्तार : पटना, भोजपुर और औरंगाबाद में 1-1 परीक्षार्थी कदाचार के आरोप में निष्कासित किए गए. बताते चलें कि मैट्रिक वार्षिक परीक्षा में प्रथम पाली में 825121 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए. वहीं दूसरी पाली में 812293 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए. मैट्रिक परीक्षा 2023 के दूसरे दिन बुधवार यानी 15 फरवरी को 80 अंकों के विज्ञान विषय की परीक्षा आयोजित की जानी है.
कई परीक्षार्थी गिरफ्तार : नेत्रहीन परीक्षार्थियों के लिए परीक्षा के दूसरे दिन संगीत विषय की परीक्षा आयोजित की गई है और उन्हें परीक्षा में निर्धारित समय से 20 मिनट अतिरिक्त समय दिए जाने का प्रावधान है. गौरतलब है कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (Bihar School Examination Board) द्वारा आयोजित होने वाली मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2023 (Matric Annual Exam 2023) मंगलवर यानी 14 फरवरी से शुरू हो गई है. नकल मुक्त परीक्षा को लेकर समिति द्वारा सभी आवश्यक उपाय किए गए हैं.
16.37 लाख परीक्षार्थी शामिल : बता दें कि इस साल परीक्षा में 16.37 लाख परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं. समिति के मुताबिक, परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने के 30 मिनट पहले केंद्र में प्रवेश लेना होगा. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि इस बार परीक्षा में लड़कों से अधिक लड़कियां शामिल हो रही हैं. इस साल राज्यभर में 1500 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं.