पटना: चुनाव प्रचार के आखिरी दिन कल मुख्यमंत्री ने जनता को संबोधित करते कहा कि यह उनका आखिरी चुनाव होगा. जिसके बाद बिहार की राजनीति गरम हो गई है. हालांकि उनकी पार्टी की तरफ से स्पष्टीकरण भी आ गया है. इसलिए आरजेडी मुख्यमंत्री के इस बयान से कोई इत्तेफाक नहीं रख रहा है. आरजेडी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने सीएम की घोषणा पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
नीतीश की राजनीतिक जमीन खिसक गई है- मनोज झा
'चुनाव का मुद्दा नौकरी, बेरोजगारी ,पलायन, भुखमरी ,शिक्षा, स्वास्थ्य, सिंचाई पर था, और इन सभी मुद्दों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भागते रहे, और जो भी नेता इस मुद्दे को उठाते थे तो उनको वह तिरस्कार की दृष्टि से देखते थे, और अब जब आखिरी प्रचार था तो उन्हें जमीन से कोई आवाज आई होगी. उनका जमीर जाग गया होगा. तभी उन्होंने इस तरह का बयान दिया होगा. लेकिन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार कहते रहते थे कि वह अब थक चुके हैं उनसे राज्य अब संभल नहीं रहा है.'
'तीसरे चरण में भी बदलाव की दिशा जारी रहेगी'
तीसरे चरण का मतदान 7 नवंबर को होना है और चुनाव प्रचार समाप्त हो गया है. अब आरजेडी इस चुनाव को किस रूप में देखती है इस प्रश्न के जवाब में मनोज झा ने कहा कि अभी तीसरे चरण का मतदान बाकी है. लेकिन बिहार की जनता ने पहले चरण में ही बदलाव की दिशा तय कर दी थी.
10 नवंबर को आएंगे नतीजे
एक तरफ नीतीश ने विधानसभा इलेक्शन 2020 को अपना आखिरी चुनाव बता दिया है, तो दूसरी तरफ तेजस्वी के रोजगार कार्ड ने युवाओं का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है. एनडीए पहले अपनी जीत को लेकर आश्वस्त नजर आ रही थी. लेकिन अब उसके सामने जीत की राह मुश्किलों से भरी है. पार्टियां अपनी अपनी जीत का दंभ जरूर भर रही है. लेकिन असल में जीत का सेहरा किसके सर सजता है इसके लिए तो 10 नवंबर का इंतजार करना होगा.