पटना: यू ट्यूबर मनीष कश्यप की पेशी अब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से होगी. कोर्ट के आदेश पर ही उन्हें सशरीर कोर्ट ले जाया जाएगा. पटना के एसएसपी ने आज 28 सितंबर को इस आशय का एक पत्र जारी किया. जेल अधीक्षक को भेजे गये पत्र में मनीष कश्यप की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कराने की बात कही. बता दें कि 22 सितंबर को कोर्ट में पेशी के दौरान मनीष कश्यप ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ गंभीर बातें कही थी.
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जेल प्रशासन पर लगाया था आरोपः मनीष कश्यप की इस हरकत को पुलिस ने गंभीरता से लिया. पेशी के दौरान उसके एस्कॉर्ट में तैनात पांच पुलिसकर्मियों को पटना एसएसपी ने निलंबित कर दिया था. बता दें कि मनीष जब पेशी के लिए लाया गया था तो उसने जेल प्रशासन के साथ-साथ सरकार पर भी निशाना साधा था. उसने कहा था कि जेल के अंदर गांजा ,अफीम, चरस ब्राउन, शुगर, तथा गोली पिस्टल भी पहुंच जाता है और वही मुझे नशेड़ियों के बीच में रखा जाता है. वह लोग गांजा पीकर मेरे मुंह पर धुआं फेंकते हैं, जिससे मेरा सिर दर्द करता है.
जेल से निकलने के बाद सरकार बनाने का दावाः मनीष ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से आग्रह किया था कि उसके केस को किसी अन्य राज्य में ट्रांसफर कर दिया जाए. बिहार और तमिलनाडु में इंसाफ नहीं मिलने की आशंका जतायी थी. मनीष ने अपने केस को सीबीआई से जांच करने की भी मांग की थी. मनीष कश्यप ने जेल से निकलने के बाद अपनी सरकार बनाने का भी दावा किया था, साथ ही सरकार कैसे चलती है यह भी बताने की बात कही थी.
बेउर जेल में बंद है मनीषः बता दें कि मनीष कश्यप पर तमिलनाडु में बिहारी मजदूर के साथ मारपीट का फेक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भ्रामक खबर चलाने का आरोप है. इसी मामले में वह फिलहाल पटना के बेउर जेल में बंद है. हालांकि काफी दिनों तक तमिलनाडु के मदुरई जेल में बंद था, जिसके बाद बिहार में दर्ज मामले में सुनवाई के लिए लाया गया है.