पटनाः जिले में किसानों ने खेत में समुचित पानी की व्यवस्था, सोन नहर की आधुनिकिरण सहित नदी में कदवन डैम बनाने की मांग को लेकर महापंचायत का आयोजन किया. महापंचायत का आयोजन अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले किया गया. आयोजन में पालीगंज अनुमंडल मुख्यालय के अंतर्गत कृषि वितरणी प्रांगण में आठ जिले के किसानों ने हिस्सा लिया.
'सरकार पर साधा निशाना'
अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय महासचिव राजा राम सिंह ने किसान महापंचायत में उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए बिहार और केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने दोनों सरकार को किसान विरोधी सरकार बताया . इसके साथ ही किसान विरोधी नीति के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष करने की बात कही. उन्होंने कहा कि जब तक कदवन डैम का निर्माण और सोन नहर का आधुनिकीकरण नहीं होगा. तब तक यहां के किसानों के सामने भुखमरी की समस्या बनी रहेगी.
नहर में पानी पहुंचानें की मांग
भाकपा माले के पूर्व सांसद कामरेड रामेश्वर प्रसाद ने किसानों को संबोधित करते हुए सरकार से नहर में पानी पहुंचाने की मांग की. उन्होंने किसानों और मजदूरों को संगठित होकर सरकार के खिलाफ आवाज को बुलंद करने की अपील की. किसान नेता डॉ. श्यामनन्दन सिंह ने कहा कि सिंचाई परियोजना एशिया महादेश की सबसे बड़ी सिंचाई परियोजना है. आज से लगभग 150 वर्ष पूर्व हमारे पूर्वजो के पराक्रम और संघर्षो के बदौलत अंग्रेजो ने सोन नहर सिंचाई परियोजना का निर्माण कराया था. उन्होंने कहा कि मौजूदा बिहार सरकार सोन नहर के अस्तित्व को मिटाने पर अड़ी है.
'25 फरवरी को बिहार विधानसभा के समक्ष प्रदर्शन'
राष्ट्रीय महासचिव राजा राम सिंह ने किसानों को एकजुट होकर14 नवम्बर को सभी जिला कार्यालय पर धरना देने और 25 फरवरी को बिहार विधानसभा के समक्ष प्रदर्शन करने का आह्वान किया. वहीं, किसान नेता शिव प्यारे सिंह ने कहा कि सरकार किसानों के मांग को सहानुभूति पूर्व नहीं मानती है, तो हम सभी किसान नेता विधान सभा के चुनाव में नेता को गांव में घुसने नहीं देंगे.