पटना: महागठबंधन के घटक दल रालोसपा की ओर से आयोजित आक्रोश मार्च का असर पूरे प्रदेश में देखने को मिला. उपेंद्र कुशवाहा के आह्वान पर वाम दल समेत सभी विपक्षी दल सड़क पर उतरे. आरजेडी, वीआईपी, रालोसपा, हम समेत अन्य दलों ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार के विरोध में मार्च निकाला.
आक्रोश मार्च के दौरान विपक्ष ने एक सुर में पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. पूरे प्रदेश भर में इस महाधरना का असर देखने को मिला. बुधवार को पूरा विपक्ष सड़क पर नजर आया. उन्होंने सरकार की नीतियों पर विरोध जताया.
कैमूर में सड़क पर उतरे विपक्ष के नेता
कैमूर में महागठबंधन की सभी पार्टियों ने एकजुट होकर सरकार के खिलाफ मोर्च खोला. इस दौरान उन्होंने सरकार को गरीब विरोधी कहा. बिहार के बिगड़ते लॉ एंड आर्डर के लिए भी उन्होंने सरकार को जिम्मेदार ठहराया और नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की. राजद की महिला जिलाध्यक्ष संगीता कुमारी ने महिलाओं के साथ हो रहे अपराध के लिए सरकार के जिम्मेदार बताया.
नवादा में भी दिखी विपक्षी एकता
जिले के विपक्षी नेताओं ने प्रजातंत्र चौक समाहरणालय का घेराव किया. इस दौरान महागठबंधन और वामदलों के नेताओं ने बदलो सरकार-बदलो बिहार का नारा बुलंद किया. प्रदर्शन में मौजूद नेताओं ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार बिहार और बिहारवासियों के लिए काम नहीं कर रही है. एनडीए की सरकार में आम जनता त्रस्त है. अब सरकार बदलना आवश्यक है.
सारण में भी महागठबंधन का महाधरना
केंद्र और राज्य सरकार के विरोध में निकाले गए आक्रोश मार्च का असर छपरा में भी दिखा. महागठबंधन और वाम दल के नेताओं ने थाना चौक, साहेबगंज, मौना चौक, सलेमपुर चौक होते हुए नगर पालिका चौक तक मार्च किया. इस दौरान वह हाथों में तख्तियां लिए सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते नजर आए. आक्रोश मार्च में शामिल कामरेड अरुण सिंह ने कहा कि राज्य में लगातार विधि-व्यवस्था गिरती जा रही है.
बढ़ती महंगाई के खिलाफ सुपौल की सड़कों पर विपक्ष
सुपौल में आक्रोश मार्च का एकत्रीकरण गांधी मैदान में हुआ. जहां महागठबंधन और वामदल के कार्यकर्ताओं ने सरकार विरोधी नारे लगाते हुए शहर में आक्रोश मार्च निकाला. आक्रोश मार्च महावीर चौक, स्टेशन रोड, हटखोला रोड, लोहिया नगर चौक, किशनपुर रोड होते हुए समाहरणालय द्वार पहुंचा. जहां एक सभा का आयोजन किया गया. सभा में वक्ताओं ने केंद्र और राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला.
रोहतास में भी एकजुट हुआ महागठबंधन और वाम दल
बिहार में गिरती कानून व्यवस्था और सरकारी कार्यालयों में बढ़ते भ्रष्टाचार के खिलाफ महागठबंधन और वाम दलों ने मोर्चा खोला. इस आक्रोश मार्च में सरकार विरोधी नारे लगाए गए. कार्यकर्ताओं ने केंद्र और बिहार सरकार को गरीब विरोधी बताया. साथ ही कहा कि आज जनता में आक्रोश है. अगर समय रहते सरकार ने जन समस्याओं के मुद्दों पर काम नहीं किया तो यह आक्रोश और बढ़ेगा.
बेरोजगारी, महिला सुरक्षा के मुद्दे पर कटिहार में प्रदर्शन
बिहार में बढ़ती बेरोजगारी और महिला की सुरक्षा के मद्देनजर कटिहार में भी महागठबंधन और वामदलों ने आक्रोश मार्च निकाला. उन्होंने जिला समाहरणालय के मुख्य गेट के पास प्रदर्शन किया. कटिहार में भी रालोसपा के साथ-साथ राष्ट्रीय जनता दल, भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने जिला समाहरणालय के सामने सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया. मौके पर कटिहार रालोसपा जिला अध्यक्ष उमाकांत आनंद ने नीतीश कुमार की सरकार और केंद्र की सरकार को पूरी तरह नाकाम कहा.
गोपालगंज में लगे नीतीश कुमार हाय-हाय के नारे
रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के आह्वान पर पूरे बिहार में महाधरना का आयोजन किया गया. इस क्रम में सरकारी संस्थाओं और सरकारी संपत्तियों की निजीकरण, किसानों की बदहाली के खिलाफ बुधवार को गोपालगंज में प्रदर्शन हुआ. जिसमे महागठबंधन और वाम दल के सभी कार्यकर्ता, नेता शामिल हुए. नेताओं ने पूरे जिले में मार्च कर भारत सरकार और बिहार सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. साथ ही सरकार विरोधी नारे भी लगाए.