पटना: एनआरसी और सीएए के मुद्दे पर जेडीयू ने लोकसभा और राज्यसभा में समर्थन किया है. समर्थन के बाद ही पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने इसका विरोध किया था. जिसके बाद कई और नेताओं ने भी इस पर नीतीश कुमार को पुनर्विचार की नसीहत दी थी. अब पार्टी के राष्ट्रीय नेता केसी त्यागी इस मामले पर बीजेपी को एनडीए के तमाम दलों के साथ बैठक बुलाने की बात कर रहे हैं. इस मामले पर राजद का कहना है कि जदयू जनता को भरमा रही है.
'मुसलमानों को सुरक्षा देने की दुहाई ना दे'
आरजेडी नेता आलोक मेहता ने कहा कि जदयू ने सदन में इसका समर्थन किया है. अब जदयू बैठक करने की बात कह रही है, तो यह उनका आंतरिक मामला है. लेकिन बिहार की जनता अब इनके झांसे में नहीं आने वाली है. किसी भी दल को एनआरसी और सीआईए के मुद्दे पर अपना पक्ष स्पष्ट रखना चाहिए. जो इसमें घालमेल करने की कोशिश करेंगे, वह बह जाएंगे. उन्होंने कहा कि मुसलमानों को किसी से डरने की जरूरत नहीं है. इस देश के मुसलमान उतने ही सुरक्षित हैं, जितने अन्य धर्म के लोग. नीतीश कुमार मुसलमानों को सुरक्षा देने की दुहाई ना दे.
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'अमित शाह के दया पर है जदयू'
कांग्रेस प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष श्याम सुंदर सिंह 'धीरज' ने केसी त्यागी पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि जब भाजपा ने तमाम बातों को स्पष्ट तौर पर सदन में रखा था, तब जदयू के नेता क्या कर रहे थे. तब इसका विरोध क्यों नहीं किया. जदयू में तमाम नेता बड़े समझदार और अनुभवी हैं. तो केसी त्यागी या अन्य किसी नेता का इस बिल पर विरोध करने का क्या मतलब है? श्याम सुंदर सिंह ने कहा कि जदयू पार्टी का अस्तित्व अमित शाह के दया पर है. इसलिए पार्टी को उनकी बात माननी पड़ेगी. उनके पास कोई और विकल्प नहीं है.