पटना: वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की जमकर किरकिरी हुई थी. चुनाव के पहले और चुनाव के बाद दोनों वक्त तेजस्वी लगातार बिहार से गायब थे. ना सिर्फ सत्ता पक्ष बल्कि उनके अपने गठबंधन के नेता भी लगातार तेजस्वी पर हमले बोल रहे थे. लेकिन इस साल काफी कुछ बदलाव नजर आ रहा है. पिछले कुछ महीनों से नेता प्रतिपक्ष लगातार एक्टिव हैं. आरजेडी नेता बिहार रहकर सरकार को जनहित मुद्दे पर घेर रहे हैं. इससे महागठबंधन के नेता भी तेजस्वी की भूमिका से काफी हद तक संतुष्ट नजर आ रहे हैं.
नेता प्रतिपक्ष कोरोना महामारी के शुरुआती वक्त से लगातार सोशल मीडिया के जरिए सरकार से सवाल पूछते रहे. कई जगहों पर उन्होंने लॉकडाउन के दौरान लोगों को मदद पहुंचाई. वहीं, सरकार के तमाम फैसलों पर सवाल खड़ा करते दिखे.दिल्ली से पटना लौटने के बाद खासकर उनकी सक्रियता तेजी से बढ़ी. गोपालगंज का ट्रिपल मर्डर कांड, रामश्रय कुशवाहा हत्याकांड में परिजनों के अनशन स्थल पर पहुंचकर उनकी पत्नी को इंसाफ का आश्वासन दिया. बाद में इस मुद्दे को विधानसभा सत्र में भी उठाया. वहीं, बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा, कोरोना संक्रमण के दौरान लोगों की परेशानी को लेकर हर बात को लगातार सवाल उठा रहे हैं. तेजस्वी बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं और पार्टी के तमाम कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं.
तेजस्वी की सक्रियता से रालोसपा गदगद
बता दें कि तेजस्वी यादव पिछले कई महीनों से लगातार पटना में रहकर राजनीतिक रूप से सक्रिय नजर आ रहे हैं. चुनावी साल में तेजस्वी यादव की सक्रियता सत्ता पक्ष को भले ही रास नहीं आ रही लेकिन महागठबंधन के नेता तेजस्वी की भूमिका से संतुष्ट नजर आ रहे हैं. रालोसपा के मुख्य प्रवक्ता अभिषेक झा का कहना है कि इस साल तेजस्वी यादव ने सभी महत्वपूर्ण मौकों पर अपनी भूमिका का निर्वहन किया है. जो महागठबंधन के लिए आने वाले चुनाव में काफी मददगार साबित होगा.
आरजेडी का दावा तेजस्वी की बढ़ी स्वीकार्यता
आरजेडी प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने नेता प्रतिपक्ष के सक्रियता पर काफी खुश हैं. उनका कहना है कि तेजस्वी यादव सरकार से लगातार सवाल पूछ रहे हैं. जनहित मुद्दे पर तेजस्वी यादव ने सरकार की बोलती बंद कर दी जिससे उनकी स्वीकार्यता बढ़ी है. हालांकि महागठबंधन के प्रमुख सहयोगी हम पार्टी इससे खास इतेफाक नहीं रखता. हम के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान ने महागठबंधन में कोआर्डिनेशन कमेटी की मांग दोहराई है. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर एक्टिव होने से महागठबंधन का नहीं बल्कि आरजेडी को फायदा होगा. उन्होंने कहा कि तेजस्वी की सक्रियता का लाभ उठाने के लिए महागठबंधन के स्तर पर काम करना पड़ेगा.