पटना: बिहार में सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के एनडीए से बाहर निकलने और महागठबंधन के साथ सरकार बनाने के बाद आज जदयू कार्यालय में महागठबंधन घटक दलों की पहली संयुक्त प्रेस कॉफ्रेंस (Combined press Conference Of Mahagathbandhan) बुलाई गई. इस पीसी के माध्यम से महागठबंधन दल के नेताओं ने एकजुटता दिखाने की कोशिश की और सीबीआई, ईडी के द्वारा जांच को लेकर बीजेपी नीत केंद्र सरकार पर हमला किया है. महागठबंधन के नेताओं ने 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी को चेताया और कहा कि अब बीजेपी की सरकार समाप्त होने वाला है.
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महागठबंधन की प्रेस कॉफ्रेंस: पटना जदयू कार्यालय में आयोजित महागठबंधन की संयुक्त पीसी में जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि हम लोग लगातार विभिन्न मुद्दों पर हर समय इसी तरह के पीसी कर अपनी बात रखते रहेंगे. जदयू नेता उमेश कुशवाहा ने कहा कि जब से बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी है, बीजेपी के नेता लगातार बयानबाजी कर रहे हैं. पटना से दिल्ली तक बीजेपी नेताओं की नींद उड़ी हुई है. उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी को यह मलाल है कि महाराष्ट्र जैसा खेल बिहार में नहीं हो पाया. देश की जनता अब बीजेपी के खेल को समझ चुकी है और अब 2024 में खेल समाप्त होने वाला है.
165 विधायकों का है समर्थन,नहीं डरने वाला महागठबंधन: वहीं आरजेडी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने कहा कि इस प्रेस कॉफ्रेंस में साफ मैसेज दिया है कि जिस प्रकार से सीबीआई को को सेंट्रल क्रिमिनल में तब्दील किया जा रहा है. उसी प्रकार उनके मालिकों को एक संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि अब बिहार का बच्चा-बच्चा इस बात से वाकिफ है कि अचानक केंद्रीय एजेंसी सुपर एक्टिव क्यों हो गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार के साथ कुल 165 विधायकों का समर्थन है. उसके बाद सीबीआई से भी आग्रह किया कि अपने मास्टर्स की बात इस तरह से ना माने, नहीं तो बिहार की जनता सत्याग्रह पर उतर जाएगी.
जदयू नेता मदन सहनी ने किया बीजेपी पर पलटवार: वहीं उसके बाद जदयू नेता मदन साहनी ने पीसी को संबोधित करते हुए कहा कि हम चुनौती देते हैं कि बीजेपी के सांसदों में अगर तनिक भी नैतिकता बची है तो अपने पद से इस्तीफा देकर फिर से चुनाव लड़ लें. क्योंकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम पर ही उन्होंने चुनाव लड़कर जीता था. मदन सहनी ने आगे कहा कि लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर जिस प्रकार से केंद्रीय एजेंसी की ओर से छापेमारी की जा रही है उससे अभी तक उन्हें कोई सफलता तो नहीं मिली है और आगे भी सफलता मिलने वाली नहीं है.
'वहीं आगे केने कहा कि 'बिहार में बीजेपी विपक्ष की भूमिका नहीं निभा पा रही है, इसलिए सीबीआई , ईडी को मैदान में उतार दिया है. लेकिन 2024 में जनता बीजेपी की जांच करेगी'.- राजेश राठौड़, प्रवक्ता, कांग्रेस पार्टी
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सीपीएम नेता अजय माले ने संबोधित किया पीसी: प्रेस कॉफ्रेंस को संबोधित करते हुए बाद में सीपीएम नेता अजय कुमार माले, केडी यादव और आरजेडी की तरफ से सरकार में मंत्री आलोक मेहता भी मौजूद रहे. हालांकि महागठबंधन के हम पार्टी की तरफ से इस पीसी में कोई भी नेता नहीं पहुंचे. कुल मिलाकर प्रेस कॉफ्रेंस के माध्यम से महागठबंधन की ओर से एकजुटता दिखाते हुए सीबीआई, ईडी और इनकम टैक्स की छापेमारी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधने की कोशिश की गई.
'हम चुनौती देते हैं कि बीजेपी के सांसदों में अगर तनिक भी नैतिकता बची है तो अपने पद से इस्तीफा देकर फिर से चुनाव लड़ लें. क्योंकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम पर ही उन्होंने चुनाव लड़कर जीता था'- मदन सहनी, जदयू मंत्री