पटना: बिहार में एक ओर जहां कोरोना संक्रमितों की संख्या में हो रही लगातार वृद्धि हो रही है. वहीं, बाढ़ के कारण प्रदेश में लगभग 74 लाख से ज्यादा की आबादी कराह रही है. हालांकि, बिहार में बाढ़ कोई नई आफत लेकर नहीं आई है. यहां लगभग हर साल लोगों को बाढ़ से दो-चार होना पड़ता है.
इन सब के बीच चुनाव आयोग ने तय समय पर विधानसभा चुनाव कराए जाने के संकेत भी दे दिये हैं. इसको लेकर प्रदेश के लगभग सभी दल बाढ़ के नाम पर प्रभावित इलाके का दौरा भी कर रहे हैं. बीते दिनों नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी कई प्रभावित जिले का दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि नीतीश सरकार पीड़ितों तक राहत सामग्री नहीं पहुंचा पा रही है.
तेजस्वी के आरोपों को नकारा
तेजस्वी के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए बिहार के खाद्य आपूर्ति मंत्री मदन सहनी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोरोना और बाढ़ मामले पर नजर बनाए हुए हैं. प्रभावित इलाके में लगातार राहत कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. पीड़ितों के खाते में 6 हजार की सहायता राशि भी भेजी जा चुकी है. इसके अलावे जन वितरण प्रणाली के माध्यम से लोगों को 5 किलो अतिरिक्त अनाज दिया जा रहा है.
'केवल शहरी इलाके का दौरा कर रहे तेजस्वी'
मदन सहनी ने आगे कहा कि वे खुद दरभंगा जिले के निवासी है. उनका गृह जिला भी बाढ़ प्रभावित है. वे लगातार बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं. पीड़ितों तक राहत सामग्री पहुंचाने की हर संभव कोशिश की जी रही है.
उपभोक्ता मंत्री ने तेजस्वी के दौरे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष केवल शहरी इलाके को दौरा कर वापस आ जाते हैं. उन्होंने तेजस्वी को अपने साथ बाढ़ प्रभावित इलाके का दौरा करने के लिए आमांत्रित भी किया.
'पीड़ितों के खाते में भेजी जा चुकी है सहायता राशि'
मंत्री मदन सहनी ने दावा करते हुए कहा कि विपरीत परिस्थितियों के बावजूद बिहार सरकार की ओर से प्रभावित इलाके में कम्युनिटी किचन चलवाया जा रहा है. लोगों को रात-दिन भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित लोगों के खाते में 6 हजार की सहायता राशि भेजी जा चुकी है. इन सब के अलावे जन वितरण प्रणाली के जरिए तय समय सीमा तक लोगों को 5 किलो अतिरिक्त अनाज उपलब्ध कराये जाएंगे.
'इस बार बिहार में नहीं टूटा तटबंध'
मदन सहनी ने कहा कि इस बार बिहार में कहीं भी तटबंध नहीं टूटे. जिस वजह से बाढ़ का पानी निकलने में देरी हो रहा है. कई इलाके में 15 दिन बीत जाने के बाद भी पानी जमा हुआ है. उन्होंने बताया कि बिहार सरकार लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है. लोगों को किसी तरह की कोई परेशनी नहीं होने दी जाएगी. पीड़ितों के लिए सरकार नवंबर तक भोजन की व्यवस्था जारी रहेगा. ताकि इस मुश्किल घड़ी में लोगों की किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो.