पटना: लोजपा रामविलास (LJP Ram Vilas) के प्रदेश प्रधान महासचिव संजय पासवान ने बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban In Bihar) को लेकर मुख्यमंत्री पे निशाना साधते हुए कहा कि सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना हैं शराब बंदी बिहार में करोड़ों अरबों रुपए खर्च करके नशा मुक्ति दिवस मनाया जा रहा हैं. जबकि हकीकत ये है कि घर घर होम डिलीवरी से लाल पानी पहुंच रहा है. शराबबंदी करने के बाद उसको पूरे प्रदेश में अमल कराने के लिए सरकार ठोस एवं बड़ा कदम उठाने के बजाय अक्सर मानव श्रृंखला बनाते हुए ही नजर आती है.
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शराब माफियाओं पर सरकार नहीं कर रह कानूनी कार्रवाई: शराबबंदी के बावजूद भी प्रदेश में कई जगह शराब मिल ही रही है. गैर कानूनी रूप से शराब बेचने वालों और उसकी तस्करी करने वालों माफियाओं पर सरकार कोई कानूनी कार्रवाई नहीं कर रही है. जिसके वजह से इन लोगो पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं रह गया है और साथ ही लोगों में सरकार का डर खत्म होने से अपराधों की गिनती में इजाफा हो चुका है.
शराब तस्करी के झूठे मुकदमे में सबसे ज्यादा दलित समाज प्रभावित: मुख्यमंत्री ने कहा कि जो शराब पीते हैं वो राक्षस है. मैं पूछना चाहता हूं की बिहार के हर पंचायत में शराब की दुकान किसने खुलवाई थीं. आज शराब तस्करी के झूठे मुकदमे में सबसे ज्यादा दलित समाज प्रभावित हैं और माफिया अधिकारियों मंत्रियों के साथ हर दिन शराब के मजे ले रहे हैं. निकम्मी सरकार हर तरह से विफल हैं बिहार की जनता के साथ मुख्यमंत्री ने धोखा देने का काम किया हैं. जनता कभी माफ नहीं करेगी.
"आज शराब तस्करी के झूठे मुकदमे में सबसे ज्यादा दलित समाज प्रभावित हैं और माफिया अधिकारियों मंत्रियों के साथ हर दिन शराब के मजे ले रहे हैं. निकम्मी सरकार हर तरह से विफल हैं बिहार की जनता के साथ मुख्यमंत्री ने धोखा देने का काम किया हैं." :- संजय पासवान, प्रदेश प्रधान महासचिव, लोजपा रामविलास
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