पटना: राजधानी में विदेशी शराब की तस्करी थमने का नाम नहीं ले रहा है. बुधवार को दीघा थाना पुलिस ने लगातार दूसरे दिन भी सैकड़ों लीटर विदेशी शराब बरामद किया है. साथ ही पुलिस ने एक तस्कर और एक कार भी बरामद किया है. पुलिस की मानें तो दो दिनों में अभी तक तीन तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
सभी वाहनों की जांच
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लाख प्रयास के बावजूद शराब तस्करी मामले पर पुलिस पूरी तरह से अंकुश लगाने में विफल साबित हो रही है. दीघा थाना पुलिस के प्रभारी मनोज कुमार को एक गुप्त सूचना मिली थी कि दीघा क्षेत्र में बड़ी मात्रा में विदेशी शराब की खेप पहुंचने वाली है. जिसके बाद सभी वाहनों की जांच की गई.
दस कार्टन विदेशी शराब बरामद
इसी दौरान एक संदिग्ध कार में बैठे मनीष नामक तस्कर की हरकत पर पुलिस को शक हुआ. वाहन की जांच के दौरान दस कार्टन विदेशी शराब बरामद किया गया. थाना प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार शराब तस्कर का नाम मनीष है और वो दानापुर का रहने वाला बताया जाता है. बता दें दीघा थाना पुलिस ने मंगलवार को भी दो तस्कर के साथ दर्जनों लीटर विदेशी शराब बरामद किया था.
शराब माफियाओं का अड्डा बना सोनपुर
सोनपुर शराब माफियाओं का अड्डा बताया जाता है. वहीं से छोटी-छोटी वाहनों के साथ तस्कर विदेशी शराब राजधानी पटना में पहुंचाते हैं. इसके बाद पटना और अन्य जिलों में इसके डिमांड के तहत पार्टी के पास भेजी जाती है. एक कार्टन में 12 विदेशी शराब की बोतल होती है. प्रति विदेशी शराब की कीमत 1500 से 2000 रुपये है.
शराब माफिया काफी सक्रिय
डिलीवरी कराने वालों को प्रति कार्टन 6 हजार से 8 हजार सोनपुर से दीघा लाने पर मिलते हैं. पैसे की तंगी से गुजरने वाले निर्दोष लोगों को शराब कारोबारी माफिया टारगेट बनाते हैं. दीघा में विदेशी शराब माफिया काफी सक्रिय है. यहां सड़क मार्ग के साथ गंगा नदी में नाव के माध्यम से भी बड़ी मात्रा में इसकी खपत करायी जाती रही है.
ईटीवी भारत की ओर से लगातार इस विषय को उठाने के बाद क्षेत्र में पुलिस पहले से ज्यादा सक्रिय हो गई है. जिसकी वजह से अब शराब तस्करी करने वाले पुलिस के हत्थे आए दिन चढ़ रहे हैं.