पटना: बिहार में हर एक घंटे चुनावी समीकरण बदल रहा है. आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह दावा कर रहे हैं कि महागठबंधन में सब कुछ ठीक है लेकिन एक-एक कर महागठबंधन के सहयोगी दल आरजेडी को आंख दिखा रहे हैं. कांग्रेस के साथ सीटों पर तरकार के बीच वादमल ने 30 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. जिसे लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. इन सब के बीच आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी का कहना है कि एक-दिन में पता चल जाएगा कि वादमल महागठबंधन का हिस्सा है या नहीं.
महागठबंधन में सहयोगी दलों के बीच दरार बढ़ती जा रही है. पहले रालोसपा और अब वामदलों ने भी महागठबंधन से अलग रुख अख्तियार कर लिया है. मांझी और कुशवाहा जहां महागठबंधन से अलग हो चुके हैं. वहीं वामदलों ने महागठबंधन के बड़े घटक दल राजद पर आरोप लगाते हुए अपने 30 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. वामदलों ने कई ऐसे सीट पर अपने उम्मीदवार घोषित किए हैं. जहां से राजद उम्मीदवार उतारने वाली है. ऐसे में यह लगभग तय माना जा रहा है कि अब वामदल के लोग भी महागठबंधन से अलग होने की पूरी तैयारी कर रखी है.
दो दिन में होगा पिक्चर क्लियर
वामदलों द्वारा महागठबंधन से अलग रुख अपनाते हुए 30 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा पर राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि लोकतंत्र में अगर जनता का साथ हो और बिहार की 12 करोड जनता एकजुट हो. तो फिर चिंता किस बात की. उन्होंने कहा कि कोई कहीं नहीं छूट रहा है. बिहार की जनता एकजुट हो रही है. उन्होंने कहा कि सभी सहयोगी दल जो बिहार का भला चाहते हैं. बिहार का भविष्य बचाना चाहते है वह महागठबंधन में अटूट बनकर रखेंगे. उन्होंने कहा कि अभी तक वामदलों ने भले ही 30 उम्मीदवारों की सूची जारी की है. मगर महागठबंधन से अलग होने की घोषणा नहीं की है. उन्होंने कहा कि वामदलों का महागठबंधन में होने को लेकर एक-दो दिनों में पिक्चर क्लियर हो जाएगा और इसमें कोई परेशानी की बात नहीं है.
जनता नहीं करेगी माफ
वामदल के उम्मीदवारों की घोषणा पर आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल ने जिन मुद्दों पर लड़ाई शुरू की थी. उन मुद्दों पर आज भी कायम हैं. जो लोग इस लड़ाई में साथ आना चाहते हैं उनका स्वागत है. और जो लोग साथ नहीं आना चाहते हैं वो लोग चुनाव में एनडीए को मदद करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि एनडीए के खिलाफ अगर लोग एकजुट होकर लड़ाई लड़ना चाहते हैं तो ठीक है. उन्होंने कहा कि राजद अपने सहयोगियों को साथ लेकर चलने का प्रयास कर रहा है. ऐसे में सभी लोगों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि अगर आप एनडीए के खिलाफ लड़ाई को कमजोर करेंगे तो जनता आपको पूरी तरह कमजोर कर देगी. मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि सीट शेयरिंग में कहीं कोई देरी नहीं हो रही है. एनडीए में भी अभी तक सीट शेयरिंग का फार्मूला तय नहीं हुआ है. और ना ही उम्मीदवारों के नाम की घोषणा हुई है. उन्होंने कहा कि महागठबंधन में सब कुछ फाइनल हो चुका है. बस अब घोषणा की देरी है जो 1 से 2 दिनों में कर दी जाएगी.