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'आदिवासियों की चिंता है तो आरक्षण का दायरा बढ़ाए मोदी सरकार, हम देंगे साथ'- तेजस्वी यादव का बयान - ETV Bihar

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डालने (Tejashwi Yadav casts vote for Presidential election) के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि सवाल द्रौपदी मुर्मू के विरोध का नहीं है, क्योंकि पहले विपक्ष ने अपने उम्मीदवार का ऐलान किया था. जहां तक आदिवासी की बात है तो अगर सच मैं बीजेपी आदिवासियों को लेकर चिंतित है तो आरक्षण का दायरा बढ़ाए, हमलोग साथ देने के लिए तैयार हैं.

आदिवासी आरक्षण
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Published : Jul 18, 2022, 12:44 PM IST

Updated : Jul 18, 2022, 1:54 PM IST

पटना: राष्ट्रपति चुनाव (Presidential Election 2022) के लिए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Leader of Opposition Tejashwi Yadav) और तेजप्रताप यादव समेत तमाम आरजेडी विधायक एक-एक कर अपना वोट डाल रहे हैं. इस बीच मतदान के बाद बाहर निकलकर तेजस्वी यादव ने एक बार दोहराया कि बीजेपी की केंद्र की सरकार के खिलाफ विपक्ष को मजबूती से अपनी आवाज बुलंद करने की जरूरत है. वहीं, एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Presidential Candidate Draupadi Murmu) को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि मोदी सरकार को आदिवासी की इतनी ही चिंता है तो आरक्षण का दायरा बढ़ाए, हम उनका साथ देंगे.

ये भी पढ़ें: 'राष्ट्रपति भवन में मूर्ति नहीं चाहिए.. कभी NDA उम्मीदवार की आवाज भी सुनी क्या?', तेजस्वी का तंज

"पहले किसने राष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम का ऐलान किया, विपक्ष ने किया. एनडीए राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू आदिवासी हैं, ये बात अलग है लेकिन देश में लाखों-करोड़ों लोग आदिवासी हैं. अगर आदिवासी भाई-बहनों की इतनी ही चिंता है तो आदिवासी आरक्षण बढ़ा दीजिए, चलिए हम साथ देंगे आपका"- तेजस्वी यादव, नेता, आरजेडी

द्रौपदी मुर्मू पर तेजस्वी यादव का तंज: इससे पहले शिवहर में मीडिया से बात करते हुए दो दिन पहले तेजस्वी ने कहा था, "राष्ट्रपति भवन में मूर्ति की जरूरत नहीं है. आपने यशवंत सिन्हा जी को तो आपने हर जगह बोलते हुए सुना होगा, लेकिन सत्ता पक्ष की ओर से जो राष्ट्रपति दी गई है. हालांकि छोटा मुंह बड़ी बात बोलनी नहीं चाहिए लेकिन हमने कभी नहीं सुनी और हमको नहीं लगता कि आप लोग भी कभी उनकी आवाज सुनी होगी. जब से उम्मीवार बनीं हैं, एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की हैं उन्होंने"

राष्ट्रपति चुनाव में बिहार के 56 सांसद लेगें हिस्सा : राष्ट्रपति चुनाव में बिहार के कुल 56 सांसद हिस्सा लेगें और विधायकों की संख्या 243 है. वोट के लिहाज से बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है, लेकिन जदयू की भूमिका भी अहम है. बिहार के एक विधायक का वोट वैल्यू 173 है. इस हिसाब से देखें तो विधायकों का वोट वैल्यू 42,039 है. वहीं, राज्यसभा और लोकसभा के सांसद का वोट वैल्यू 700 है. बिहार में 56 सांसद हैं, इसलिए सांसदों का वोट वैल्यू 39,200 है. बिहार में राष्ट्रपति चुनाव के लिए कुल 81,230 वोट हैं. वोट के लिहाज से एनडीए की स्थिति मजबूत दिख रही है. जदयू, बीजेपी, हम और रालोजपा का वोट मिला दें, तो कुल मिलाकर 55,398 वोट होते हैं. दूसरी तरफ महागठबंधन की बात करें तो, महागठबंधन के पास कुल मिलाकर 24,130 वोट है और इसमें अगर एआईएमआईएम के 5 विधायकों का वोट जोड़ दिया जाए तो विपक्ष के पास वोटों की संख्या 24,968 हो जाती है. अब एआईएमआईएम के 4 विधायक आरजेडी में शामिल हो चुके हैं.

ये भी पढ़ें: राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान जारी, एंबुलेंस से वोट डालने पहुंचे BJP विधायक मिथिलेश कुमार

पटना: राष्ट्रपति चुनाव (Presidential Election 2022) के लिए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Leader of Opposition Tejashwi Yadav) और तेजप्रताप यादव समेत तमाम आरजेडी विधायक एक-एक कर अपना वोट डाल रहे हैं. इस बीच मतदान के बाद बाहर निकलकर तेजस्वी यादव ने एक बार दोहराया कि बीजेपी की केंद्र की सरकार के खिलाफ विपक्ष को मजबूती से अपनी आवाज बुलंद करने की जरूरत है. वहीं, एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Presidential Candidate Draupadi Murmu) को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि मोदी सरकार को आदिवासी की इतनी ही चिंता है तो आरक्षण का दायरा बढ़ाए, हम उनका साथ देंगे.

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"पहले किसने राष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम का ऐलान किया, विपक्ष ने किया. एनडीए राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू आदिवासी हैं, ये बात अलग है लेकिन देश में लाखों-करोड़ों लोग आदिवासी हैं. अगर आदिवासी भाई-बहनों की इतनी ही चिंता है तो आदिवासी आरक्षण बढ़ा दीजिए, चलिए हम साथ देंगे आपका"- तेजस्वी यादव, नेता, आरजेडी

द्रौपदी मुर्मू पर तेजस्वी यादव का तंज: इससे पहले शिवहर में मीडिया से बात करते हुए दो दिन पहले तेजस्वी ने कहा था, "राष्ट्रपति भवन में मूर्ति की जरूरत नहीं है. आपने यशवंत सिन्हा जी को तो आपने हर जगह बोलते हुए सुना होगा, लेकिन सत्ता पक्ष की ओर से जो राष्ट्रपति दी गई है. हालांकि छोटा मुंह बड़ी बात बोलनी नहीं चाहिए लेकिन हमने कभी नहीं सुनी और हमको नहीं लगता कि आप लोग भी कभी उनकी आवाज सुनी होगी. जब से उम्मीवार बनीं हैं, एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की हैं उन्होंने"

राष्ट्रपति चुनाव में बिहार के 56 सांसद लेगें हिस्सा : राष्ट्रपति चुनाव में बिहार के कुल 56 सांसद हिस्सा लेगें और विधायकों की संख्या 243 है. वोट के लिहाज से बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है, लेकिन जदयू की भूमिका भी अहम है. बिहार के एक विधायक का वोट वैल्यू 173 है. इस हिसाब से देखें तो विधायकों का वोट वैल्यू 42,039 है. वहीं, राज्यसभा और लोकसभा के सांसद का वोट वैल्यू 700 है. बिहार में 56 सांसद हैं, इसलिए सांसदों का वोट वैल्यू 39,200 है. बिहार में राष्ट्रपति चुनाव के लिए कुल 81,230 वोट हैं. वोट के लिहाज से एनडीए की स्थिति मजबूत दिख रही है. जदयू, बीजेपी, हम और रालोजपा का वोट मिला दें, तो कुल मिलाकर 55,398 वोट होते हैं. दूसरी तरफ महागठबंधन की बात करें तो, महागठबंधन के पास कुल मिलाकर 24,130 वोट है और इसमें अगर एआईएमआईएम के 5 विधायकों का वोट जोड़ दिया जाए तो विपक्ष के पास वोटों की संख्या 24,968 हो जाती है. अब एआईएमआईएम के 4 विधायक आरजेडी में शामिल हो चुके हैं.

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Last Updated : Jul 18, 2022, 1:54 PM IST
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