पटना: राजधानी पटना में उर्दू टीईटी अभ्यर्थियों ने अपनी मांगों को लेकर आक्रोश मार्च निकाला. इस मार्च का आयोजन कारगिल चौक से राजभवन (Raj Bhavan March Of Urdu TET Candidates In Patna) तक किया गया था. लेकिन जैसे ही अभ्यर्थी कारगिल चौक पहुंचे पुलिस ने इन्हें रोकने की कोशिश की. अभ्यर्थी प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसने का प्रयास कर रहे थे. पुलिस ने सभी को समझाने की कोशिश की लेकिन जब प्रदर्शनकारी नहीं माने तो पुलिस ने इनपर लाठियां ( Lathi Charge On Urdu TET Candidates In Patna) चटकाई. लाठीचार्ज में कई प्रदर्शनकारी जख्मी हुए हैं.
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उर्दू टीईटी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज: दरअसल अपनी मांगों के समर्थन में सैकड़ों की संख्या में उर्दू टीईटी अभ्यर्थियों का मार्च पटना के अशोक राजपथ इलाके से निकला था. सैकड़ों की संख्या में मार्च में शामिल प्रदर्शनकारी रिजल्ट में हुई धांधली का आरोप लगाकर विभाग और बिहार सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगा रहे थे. जैसे ही मार्च में शामिल प्रदर्शनकारी पटना के कारगिल चौक पहुंचे, वहां मौजूद पटना जिला प्रशासन और पुलिस की टीम ने प्रदर्शनकारियों को प्रतिबंधित क्षेत्र में जाने से रोका दिया.
प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसने की कोशिश: प्रतिबंधित क्षेत्र में पुलिस द्वारा जाने से रोके जाने के बाद भी प्रदर्शनकारी जब बिहार विधानसभा की ओर बढ़ने लगे तो पुलिस ने उन पर जमकर लाठियां चटकाई है. जिला प्रशासन के समझाने के बावजूद प्रतिबंधित क्षेत्र में रोके जाने के दरम्यान नोक झोंक के बीच भीड़ को नियंत्रित करने को लेकर अभ्यर्थियों पर लाठीयां चटकाई गई. अभ्यर्थियों के प्रदर्शन के दौरान अशोक राज पथ मुख्य मार्ग पर यातायात घंटो प्रभावित रहा. वहीं प्रदर्शनकारियों ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि पिछले आठ साल से न्याय की गुहार लगा रहे हैं लेकिन कुछ नहीं मिला.
"मेरिट लिस्ट में नाम आने के बाद भी फेल कर दिया गया. आठ साल से हमलोग इंसाफ मांग रहे हैं. हमारे रिजल्ट पर ओपिनियन मंगवा लिया गया. उसके बाद डायरेक्टर का लेटर निकल गया. लेकिन इन सबके बावजूद अभी तक रिजल्ट जारी नहीं हुआ. हम पर अत्याचार किया जा रहा है. सरकार की तानाशाही नहीं चलेगी."- मो जमील ,प्रदर्शनकारी अभ्यर्थी
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