पटनाः गंगा नदी अपना विकराल रूप धारण (Flood In Ganga River) कर चुकी है. कई दिनों से नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि (Increasing Water Level) हो रही है. कई घाटों पर जलस्तर 2016 के रिकॉर्ड को तोड़ने के करीब है. गंगा किनारे के जिलों और गावों के लोगों का जीना मुहाल हो गया है. दानापुर दियारा के हालात भी कुछ ऐसे ही हैं.
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दानापुर दियारा के सात पंचायतों के दर्जनों गांव जलमग्न हो चुके हैं. रोजमर्रा के कार्यों में लोगों को परेशानियों का सामना तो करना ही पड़ रहा है, साथ ही जरूरी कामों के लिए दियारा से दानापुर नगर आने-जाने में भी जान जोखिम में डालना पड़ रहा है. इस दौरान लोग इक्का-दुक्का नाव के सहारे 5 से 7 किलोमीटर नाव की सवारी के सहारे आवागमन करने को मजबूर हैं.
प्रशासन गंगा की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए राहत एवं बचाव की तैयारी में जुटा है. इधर गांधीघाट और दीघा में गंगा का जलस्तर पुराने रिकॉर्ड को तोड़ने के करीब है. इस बीच बिहार में मॉनसून की सक्रियता ने चिंता बढ़ा दी है. मौसम विभाग ने पटना सहित बिहार के अधिकांश जिलों में बारिश की चेतावनी जारी किया है.
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बता दें कि गंगा के अलावा गंडक, कोसी और घाघरा और सोन नदियों के जलस्तर में भी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद गंगा घाटों का निरीक्षण कर पटना और आसपास के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर अफसरों को अलर्ट किया है.
बाढ़ से बचाव की तैयारी को लेकर पटना में सुरक्षा दीवार के गेटों को बंद करने की व्यवस्था की है। जल संसाधन विभाग गंगा के अबतक के रिकार्ड जलस्तर से एक मीटर अधिक के हिसाब से काम कर रहा है. मौसम विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है.