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Bihar Politics: 'मुसहर समाज के लिए कुछ नहीं किया'.. रत्नेश सदा की मांझी को चुनौती.. '2024 में पता चल जाएगा'

बिहार में नीतीश कैबिनेट से जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन ने इस्तीफा दे दिया. उनकी जगह रत्नेश सदा को मंत्री बनाने का फैसला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया है. शुक्रवार को मंत्रिमंडल विस्तार होगा. जेडीयू नेता रत्नेश सदा भी मुसहर समाज से आते हैं. रत्नेश सदा ने मांझी को भी खूब सुनाया. कौन हैं रत्नेश सदा और नीतीश कैबिनेट में मंत्री बनाये जाने के फैसले पर क्या कहा, पढ़िये विस्तार से.

रत्नेश सदा
रत्नेश सदा
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Published : Jun 14, 2023, 5:05 PM IST

Updated : Jun 14, 2023, 6:07 PM IST

रत्नेश सदा 16 जून को मंत्री पद की शपथ लेंगे.

पटना: सहरसा के सोनवर्षा विधानसभा क्षेत्र से लगातार तीसरी बार विधानसभा का चुनाव जीतने वाले रत्नेश सदा 16 जून को 10:30 बजे राजभवन के दरबार हाल में मंत्री पद की शपथ लेंगे. रत्नेश सदा को राजभवन से शपथ लेने की सूचना आ गई है. उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत में यह जानकारी दी. साथ ही हम प्रमुख जीतन राम मांझी पर भी सियासी तीर छोड़े.

इसे भी पढ़ेंः Bihar Politics: संतोष मांझी ने क्यों दिया इस्तीफा? जवाब में सुनाई हिरण-शेर की कहानी

"मुझे मंत्री बनने की कभी उम्मीद नहीं थी. कल तक मुझे पता नहीं था कि मंत्री बनना है, लेकिन आज राजभवन से शपथ के लिए सूचना आ गई है. 16 जून को 10:30 बजे दरबार हॉल में शपथ लेना है. मुझसे अधिक खुशी हमारे समाज के लोगों को है. हमसे ज्यादा खुशी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को है."- रत्नेश सदा, विधायक

सोनबरसा से जीतते रहे हैं रत्नेश सदा
सोनबरसा से जीतते रहे हैं रत्नेश सदा

मुख्यमंत्री ने किया था फोन: रत्नेश सदा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने जब फोन किया तो वह अपने क्षेत्र में थे. 4 महीने से मुलाकात नहीं हुई थी तो मुझे लगा कि विपक्षी दलों की बैठक है और हम विधानसभा में मुख्य सचेतक हैं तो उसी से संबंधित कुछ काम होगा. जब मुख्यमंत्री से मिलने आवास पर पहुंचे तो मुझसे पूछा गया कि कुछ पता है, तो मैंने कहा कि नहीं. उसके बाद सीएम ने चाय और नाश्ता करने के लिए कहा. फिर बातचीत हुई.

आने वाले हैं अच्छे दिनः रत्नेश सदा ने कहा कि मेरी परिवारिक पृष्ठभूमि दैनिक मजदूरी से जुड़ी हुई है. सात बहन और तीन भाई हम लोग थे. मां-बाप ने मजदूरी करके मुझे पढ़ाया है. बहन भी मजदूरी करती थी. उस दौर को हमेशा हम याद करते रहते हैं. अपने पुराने दिनों को याद कर रत्नेश सदा भावुक भी हो जाते हैं. यह पूछने पर कि अब अच्छे दिन आने वाले हैं इस पर रत्नेश सदा ने कहा कि देख ही रहे हैं आप.

रत्नेश सदा की मुसहर समाज में अच्छी पकड़.
रत्नेश सदा की मुसहर समाज में अच्छी पकड़.

'मुसहर समाज के लिए कुछ नहीं किया' : संतोष सुमन के इस्तीफे और मांझी के महागठबंधन से अलग होने से क्या महागठबंधन को नुकसान होगा, इस पर रत्नेश सदा ने कहा कोई नुकसान नहीं होगा. लालची लोग हैं सब. 2024 में मांझी को पता चल जाएगा मुसहर समाज के कितने लोग उनके साथ हैं. उन्होंने मुसहर समाज के लिए कुछ नहीं किया. बता दें कि रत्नेश सदा, जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन की जगह लेंगे. संतोष सुमन ने मंगलवार को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसे मुख्यमंत्री ने स्वीकार कर लिया है.

रत्नेश सदा 16 जून को मंत्री पद की शपथ लेंगे.

पटना: सहरसा के सोनवर्षा विधानसभा क्षेत्र से लगातार तीसरी बार विधानसभा का चुनाव जीतने वाले रत्नेश सदा 16 जून को 10:30 बजे राजभवन के दरबार हाल में मंत्री पद की शपथ लेंगे. रत्नेश सदा को राजभवन से शपथ लेने की सूचना आ गई है. उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत में यह जानकारी दी. साथ ही हम प्रमुख जीतन राम मांझी पर भी सियासी तीर छोड़े.

इसे भी पढ़ेंः Bihar Politics: संतोष मांझी ने क्यों दिया इस्तीफा? जवाब में सुनाई हिरण-शेर की कहानी

"मुझे मंत्री बनने की कभी उम्मीद नहीं थी. कल तक मुझे पता नहीं था कि मंत्री बनना है, लेकिन आज राजभवन से शपथ के लिए सूचना आ गई है. 16 जून को 10:30 बजे दरबार हॉल में शपथ लेना है. मुझसे अधिक खुशी हमारे समाज के लोगों को है. हमसे ज्यादा खुशी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को है."- रत्नेश सदा, विधायक

सोनबरसा से जीतते रहे हैं रत्नेश सदा
सोनबरसा से जीतते रहे हैं रत्नेश सदा

मुख्यमंत्री ने किया था फोन: रत्नेश सदा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने जब फोन किया तो वह अपने क्षेत्र में थे. 4 महीने से मुलाकात नहीं हुई थी तो मुझे लगा कि विपक्षी दलों की बैठक है और हम विधानसभा में मुख्य सचेतक हैं तो उसी से संबंधित कुछ काम होगा. जब मुख्यमंत्री से मिलने आवास पर पहुंचे तो मुझसे पूछा गया कि कुछ पता है, तो मैंने कहा कि नहीं. उसके बाद सीएम ने चाय और नाश्ता करने के लिए कहा. फिर बातचीत हुई.

आने वाले हैं अच्छे दिनः रत्नेश सदा ने कहा कि मेरी परिवारिक पृष्ठभूमि दैनिक मजदूरी से जुड़ी हुई है. सात बहन और तीन भाई हम लोग थे. मां-बाप ने मजदूरी करके मुझे पढ़ाया है. बहन भी मजदूरी करती थी. उस दौर को हमेशा हम याद करते रहते हैं. अपने पुराने दिनों को याद कर रत्नेश सदा भावुक भी हो जाते हैं. यह पूछने पर कि अब अच्छे दिन आने वाले हैं इस पर रत्नेश सदा ने कहा कि देख ही रहे हैं आप.

रत्नेश सदा की मुसहर समाज में अच्छी पकड़.
रत्नेश सदा की मुसहर समाज में अच्छी पकड़.

'मुसहर समाज के लिए कुछ नहीं किया' : संतोष सुमन के इस्तीफे और मांझी के महागठबंधन से अलग होने से क्या महागठबंधन को नुकसान होगा, इस पर रत्नेश सदा ने कहा कोई नुकसान नहीं होगा. लालची लोग हैं सब. 2024 में मांझी को पता चल जाएगा मुसहर समाज के कितने लोग उनके साथ हैं. उन्होंने मुसहर समाज के लिए कुछ नहीं किया. बता दें कि रत्नेश सदा, जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन की जगह लेंगे. संतोष सुमन ने मंगलवार को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसे मुख्यमंत्री ने स्वीकार कर लिया है.

Last Updated : Jun 14, 2023, 6:07 PM IST
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