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JDU के तारापुर उम्मीदवार पर आर्म्स एक्ट से लेकर हत्या के प्रयास का केस

तारापुर विधानसभा सीट से जेडीयू उम्मीदवार राजीव कुमार सिंह पर तीन केस दर्ज हैं. तीनों केस अलग-अलग धाराओं के तहत दर्ज हैं. तीनों केस एक से बढ़कर एक हैं. पढ़ें पूरी खबर...

Tarapur Assembly
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Published : Oct 6, 2021, 9:03 AM IST

पटना: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ( NDA ) की ओर से जेडीयू उम्मीदवार राजीव कुमार सिंह ( Rajeev Kumar Singh ) मंगलवार को तारापुर सीट ( Tarapur Assembly ) के लिए नामांकन किया. राजीव ने चुनाव आयोग को दिए गए शपथ पत्र में जो जानकारी दी है, उससे नीतीश के 'सुशासन' पर सवाल खड़े होते हैं.

दरअसल, राजीव ने अपने शपथ पत्र में बताया है कि उन पर अलग-अलग तीन केस दर्ज हैं. तीनों ही केस में अलग-अलग धाराओं के तहत दर्ज हैं. शपथ पत्र में राजीव ने बताया है कि तारापुर थाना में केस नंबर 45/2014 दर्ज है. इसमें IPC के धारा 3 और 4 के तहत मामला दर्ज है. बता दें कि यह धारा विस्फोटक अधिनियम के तहत आता है. राजीव ने अपने शपथ पत्र में बताया है कि घर के सामने स्थित गोदाम में अचानक बम विस्फोट हुआ था. उसी मामले में उन्हें आरोपी बनाया गया है.

ये भी पढ़ें- इतिहास गवाह है जब भी एक-दूसरे से अलग हुए RJD-कांग्रेस, दोनों को हुआ नुकसान, अब आगे क्या?

वहीं, तारापुर थान में ही दर्ज केस संख्या 88A/1994 में जेडीयू प्रत्याशी पर धारा 25, B, 25/35 के तहत मामला दर्ज है. यानी राजीव पर आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. बता दें कि आर्म्स एक्ट में 7 साल तक सजा होती है. इसमें आजीवन कारावास का भी प्रावधान है.

वहीं, तीसरा केस भी तारापुर थाने में ही दर्ज है. केस संख्या 89A/1994 के तहत IPC धारा 147, 148, 149, 307, 427 के साथ-साथ धारा 27 भी लगाया गया है. यानी राजीव पर दंगा, हत्या की कोशिश और ठगी का आरोप है. शपथ पत्र में राजीव ने बताया है कि जानलेवा हमला का आरोप उन पर लगा है. राजीव ने अपने शपथ पत्र में बताया है कि उनके पास 150 ग्राम और पत्नी के पास 200 ग्राम सोना है.

ये भी पढ़ें: 2020 में नीतीश को हराने की 'कसम' खाने वाला महागठबंधन साल भर में दरक गया, RJD-कांग्रेस के रास्ते अलग

गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार बिहार में 2 सीटों पर उपचुनाव ( By-Election ) हो रहा है. तारापुर ( Tarapur ) और कुशेश्वरस्थान ( Kusheshwarsthan ) दोनों ही सीटें जदयू विधायकों के निधन के कारण खाली हुई है. तारापुर सीट पिछले कई चुनावों से जेडीयू के पास रही है. साल 2010 में मेवालाल चौधरी की पत्नी नीता चौधरी चुनाव जीती थीं. जबकि 2015 और 2020 में मेवालाल चौधरी ने ही जेडीयू के टिकट पर कामयाबी का परचम लहराया था. विधायक मेवालाल चौधरी के कोरोना से आकस्मिक निधन के बाद तारापुर विधानसभा के लिए उपचुनाव होना है. यहां पर 30 अक्टूबर को मतदान होना है.

पटना: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ( NDA ) की ओर से जेडीयू उम्मीदवार राजीव कुमार सिंह ( Rajeev Kumar Singh ) मंगलवार को तारापुर सीट ( Tarapur Assembly ) के लिए नामांकन किया. राजीव ने चुनाव आयोग को दिए गए शपथ पत्र में जो जानकारी दी है, उससे नीतीश के 'सुशासन' पर सवाल खड़े होते हैं.

दरअसल, राजीव ने अपने शपथ पत्र में बताया है कि उन पर अलग-अलग तीन केस दर्ज हैं. तीनों ही केस में अलग-अलग धाराओं के तहत दर्ज हैं. शपथ पत्र में राजीव ने बताया है कि तारापुर थाना में केस नंबर 45/2014 दर्ज है. इसमें IPC के धारा 3 और 4 के तहत मामला दर्ज है. बता दें कि यह धारा विस्फोटक अधिनियम के तहत आता है. राजीव ने अपने शपथ पत्र में बताया है कि घर के सामने स्थित गोदाम में अचानक बम विस्फोट हुआ था. उसी मामले में उन्हें आरोपी बनाया गया है.

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वहीं, तारापुर थान में ही दर्ज केस संख्या 88A/1994 में जेडीयू प्रत्याशी पर धारा 25, B, 25/35 के तहत मामला दर्ज है. यानी राजीव पर आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. बता दें कि आर्म्स एक्ट में 7 साल तक सजा होती है. इसमें आजीवन कारावास का भी प्रावधान है.

वहीं, तीसरा केस भी तारापुर थाने में ही दर्ज है. केस संख्या 89A/1994 के तहत IPC धारा 147, 148, 149, 307, 427 के साथ-साथ धारा 27 भी लगाया गया है. यानी राजीव पर दंगा, हत्या की कोशिश और ठगी का आरोप है. शपथ पत्र में राजीव ने बताया है कि जानलेवा हमला का आरोप उन पर लगा है. राजीव ने अपने शपथ पत्र में बताया है कि उनके पास 150 ग्राम और पत्नी के पास 200 ग्राम सोना है.

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गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार बिहार में 2 सीटों पर उपचुनाव ( By-Election ) हो रहा है. तारापुर ( Tarapur ) और कुशेश्वरस्थान ( Kusheshwarsthan ) दोनों ही सीटें जदयू विधायकों के निधन के कारण खाली हुई है. तारापुर सीट पिछले कई चुनावों से जेडीयू के पास रही है. साल 2010 में मेवालाल चौधरी की पत्नी नीता चौधरी चुनाव जीती थीं. जबकि 2015 और 2020 में मेवालाल चौधरी ने ही जेडीयू के टिकट पर कामयाबी का परचम लहराया था. विधायक मेवालाल चौधरी के कोरोना से आकस्मिक निधन के बाद तारापुर विधानसभा के लिए उपचुनाव होना है. यहां पर 30 अक्टूबर को मतदान होना है.

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