पटना : बिहार शिक्षा विभाग के अपर सचिव केके पाठक पर गाली गलौज करने का आरोप लगा है. इस बार ये आरोप आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर अजय कुमार ने बताया कि वो 8 दिसंबर को एक मीडिया प्लेटफॉर्म पर इंटरव्यू दे रहे थे. उस वक्त केके पाठक की हरकतों पर उनसे सवाल किया गया. उन्होंने सिमटम के आधार पर मानसिक बीमारियों का नाम बताया था. लेकिन इसी को लेकर 25 दिसंबर को केके पाठक ने फोन कर गाली देना शुरू कर दिया. जिस वक्त केके पाठक का फोन आया वह केरल में छुट्टी मनाने के लिए गए हुए थे.
डॉक्टर अजय कुमार ने कहा कि ''सुबह 10:15 में फोन आया और नाम पूछते गाली देना शुरू कर दिए. 8 दिसंबर का मामला उन्हें 25 दिसंबर को क्यों याद आया? यदि कोई आपत्ति थी तो उन्हें लीगल नोटिस भेजना चाहिए था. फोन करके गाली देना सरासर अनुचित है. इससे हमारी प्रतिष्ठा पर चोट पहुंची है.''
'केके पाठक ने दी गाली' : इस मामले उन्होंने बताया कि वह बुधवार को केके पाठक के खिलाफ बिहार सरकार के मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री के सलाहकार दीपक कुमार दोनों को पत्र लिखेंगे. इसके अलावा थाने में FIR भी दर्ज कराएंगे. सरकार की तरफ से दो सप्ताह के भीतर केके पाठक के ऊपर कारवाई का कोई निर्देश नहीं आता है तो आगे वह और कठोर कानूनी कार्रवाई के लिए न्यायालय का रुख करेंगे.
''केके पाठक को यदि उनकी बातों से बुरा लगा था तो लीगल नोटिस भेजते, मैं उसका जवाब देता. इस प्रकार फोन कर सीधे गाली गलौज पर उतर जाना गलत है. साथ में परिवार की कई सदस्य थे और जब केके पाठक ने गाली देना शुरू किया तो वह जल्दी से फोन काट दिए ताकि आसपास का कोई सुने नहीं.''- डॉक्टर अजय कुमार, पूर्व IMA अध्यक्ष
शिक्षा मंत्री ने अपने अफसर की गाली पर क्या कहा? : वहीं जब इस मामले में शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर से उनके विभाग के सचिव के गाली-गलौज पर प्रतिक्रिया ली तो उन्होंने कहा कि ''ये तो वही बताएंगे कि उन्होंने किसे गाली दी और क्यों दी? जहां तक उनकी 'बदमिजाजी' का सवाल है, तो बिहार की जनता और देश की जनता इसका फैसला करेगी.''
ये भी पढ़ें-