मसौढ़ी: राजधानी पटना से सटे मसौढ़ी में सिंचाई के नाम पर केंद्र और राज्य सरकार पर किसानों की जमीन जबरन अधिग्रहण कर करने का ग्रामीणों द्वारा आरेप लगाया जा रहा है. ऐसे में लगातार अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले जगह-जगह पर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. वहीं मसौढ़ी अनुमंडल कार्यालय पर आज किसानों के महा धरना का आयोजन किया गया है. दरअसल मसौढ़ी और पुनपुन में कृषि भूमि नष्ट करने वाली अनुपयोगी पुनपुन शाखा नहर परियोजना को लेकर चलाई जा ही सरकार की इस योजना को बंद करने को लेकर आंदोलन किया जा रहा है.
पढ़ें-पटना के मसौढ़ी में धान की खरीद नहीं होने से किसान परेशान, किसानों ने पैक्स अध्यक्ष पर लगाया ये आरोप
9 सूत्री मांगों पर धरना: अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले 9 सूत्री मांगों को लेकर मसौढ़ी अनुमंडल कार्यालय पर जिले के तमाम प्रखंड के सैकड़ों किसानों ने धरना का आयोजन किया है. जहां किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव उमेश शर्मा ने बताया कि पुनपुन नदी को तिसखोरा में और दरधा नदी को बेरा में बांधकर आहर पद्धति से सिंचाई का प्रबंध किया जाए लेकिन आज तक इस दिशा में सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया है. वहीं सोन नहर प्रणाली, गंडक नहर प्रणाली और कोसी नहर प्रणाली संकट में है इसका आज तक जीर्णोद्धार नहीं हो पाया है.
"पुनपुन नदी को तिसखोरा में और दरधा नदी को बेरा में बांधकर आहर पद्धति से सिंचाई का प्रबंध किया जाए लेकिन आज तक इस दिशा में सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया है. वहीं सोन नहर प्रणाली, गंडक नहर प्रणाली और कोसी नहर प्रणाली संकट में है इसका आज तक जीर्णोद्धार नहीं हो पाया है. हालांकि सरकार सिंचाई के नाम पर मसौढ़ी और पुनपुन में कृषि भूमि नष्ट करने वाली पुनपुन शाखा नहर परियोजना लाई है."-उमेश शर्मा, राज्य सचिव, अखिल भारतीय किसान महासभा
सरकार पर लगाए कई आरोप: किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव ने कहा कि सरकार सिंचाई के नाम पर मसौढ़ी और पुनपुन में कृषि भूमि नष्ट करने वाली पुनपुन शाखा नहर परियोजना लाई है. जिसको लेकर हजारों किसानों के औने पौने दाम में जमीन को अधिग्रहण किया जा रहा है. कृषि भूमि नष्ट हो रही है ऐसे में इसका लगातार पुरजोर तरीके से सभी लोग विरोध कर रहे हैं अगर यह मांग पूरी नहीं हुई तो चक्का जाम और उग्र आंदोलन होगा. धरने में मुख्य मसौढ़ी और पुनपुन में कृषि भूमि नष्ट करने वाली अनुपयोगी पुनपुन शाखा नहर परियोजना पर रोक लगाने, सभी फसलों का 50% चार्ज एमएसपी तय करने, बिहार में एपीएमसी एक्ट को फिर से बहाल करने, कृषि मंडी चालू करने समेत नौ सूत्री की मांग की गई है. धरना कार्यक्रम में मसौढ़ी अनुमंडल समेत विभिन्न प्रखंडों के किसान एकजुट हुए हैं.