पटना: बिहार में लूट, हत्या और अपहरण के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है. कानून व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को बार उच्च स्तरीय बैठक बुलाई. इसमें वरीय अधिकारी भी शामिल रहे.
पुलिस मुख्यालय के रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश में नवंबर में आपराधिक घटनाओं में कमी आई थी. जुलाई से सितंबर तक औसतन प्रतिमाह 30,209 मामले दर्ज किए गए, जबकि नवंबर में 18,082 मामले ही सामने आए.
धोखाधड़ी के मामले में 11.67% की वृद्धि
पुलिस मुख्यालय के तरफ से जारी आंकड़े के मुताबिक, धोखाधड़ी और फिरौती के लिए अपहरण के मामले में बढ़ोतरी हुई है. जुलाई से सितंबर तक प्रति माह धोखाधड़ी के 348 केस दर्ज हुए थे. जबकि नवंबर के 389 मामले दर्ज किए गए हैं. ऐसे मामलों में कुल 11.67 फीसदी की वृद्धि हुई है. पुलिस मुख्यालय के आंकड़े के मुताबिक, दुष्कर्म के मामलों में 45.58 फीसदी और चोरी के मामले में 10.21 फीसदी की कमी दर्ज की गई है. वहीं, हत्या के मामले में नवंबर में 262 एफआईआर दर्ज किए गए हैं.
अपहरण के मामले में 300% की वृद्धि
पिछले महीने फिरौती के लिए अपहरण के मामले में लगभग 300 फीसदी तक की वृद्धि हुई है. जुलाई से सितंबर तक औसतन दो घटनाएं दर्ज की गई थीं, जबकि नवंबर माह में 8 केस दर्ज हुए हैं.
बिहार में क्राइम कंट्रोल को लेकर पुलिस मुख्यालय की ओर से सभी जिले के एसपी को सभी थाना क्षेत्र में पैदल गस्त और पेट्रोलिंग गस्ती में तत्परता बरतने का निर्देश दिया गया है. जो भी घटनाएं घट रही हैं, उनमें से ज्यादा से ज्यादा मामलों का निष्पादन ससमय किया जा रहा है.