पटना: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर राजधानी पटना में लिव्वे विंग्स फाउंडेशन की ओर से आटिज्म ग्रसित बच्चों के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. मेरे कान्हा फैंसी ड्रेस कॉम्पिटिशन में आटिज्म ग्रसित 60 बच्चों ने भाग लिया और धूमधाम से जन्माष्टमी मनाई. भगवान कृष्ण और राधा का रूप धारण कर बच्चों ने अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए. कार्यक्रम में ऑटिस्टिक बच्चों ने अपनी माताओं के साथ कान्हा और राधा के परिधान में रैंप वॉक भी किया.
पटना में ऑटिस्टिक बच्चों का कार्यक्रम: अपने ऑटिस्टिक बच्चे के साथ रैंप वॉक करने के बाद महिला कृष्णा मेहता ने कहा कि यह कार्यक्रम उन्हें काफी पसंद आया. ऑटिस्टिक बच्चों के लिए इस प्रकार की पहल करना सराहनीय है. ऐसे में बच्चों ने भी यहां काफी एंजॉय किया है. उनके बच्चे जैसे ऑटिस्टिक बच्चों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने की यह सराहनीय कोशिश है.
"मुझे मेरे बच्चे के साथ इस कार्यक्रम में शामिल होकर काफी अच्छा लगा है. राधा कृष्ण के पोशाक में बच्चे बहुत प्यारे लग रहे हैं. साथ ही एक-दूसरे को देखकर बच्चे खुश भी हो रहे हैं."-कृष्णा मेहता, बच्चे की परिजन
बच्चों को मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास: फाउंडेशन के सदस्य कुमार सोनू ने बताया कि ये बच्चे अपने आप में खोए रहते हैं. जिससे वजह से ये समाज की मुख्य धारा में जुड़ नहीं पाते हैं. समाज भी इन बच्चों से दूरी बना लेता है. ऐसे में शुरू में ही बच्चे जब दूर हो जाते हैं तो बाद में यह सोशलाइज नहीं हो पाते. इन बच्चों को इस प्रकार के कार्यक्रम से सोशलाइज करने की और समाज के मुख्य धारा से जोड़ने की कोशिश की जा रही है. यही प्रयास है कि बच्चे एक-दूसरे से बातें करें और एक-दूसरे को जानने की कोशिश करें.
"फैंसी ड्रेस कॉम्पिटिशन हुआ है और गीत संगीत डांस प्रोग्राम का आयोजन किया गया है. जिसमें इन बच्चों ने काफी अच्छा किया है. ऑटिस्टिक बच्चों की खासियत होती है कि वह जल्दी किसी से घुलते-मिलते नहीं है लेकिन यहां बच्चे एक-दूसरे को देखकर बात करने की कोशिश कर रहे हैं. उनके साथ खेलने की कोशिश कर रहे हैं."-कुमार सोनू, सदस्य, लिव्वे विंग्स फाउंडेशन