पटनाः बिहार की राजधानी पटना में हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक (HAM National Executive Meeting in Patna) में संरक्षक जीतनराम मांझी ने नीतीश कुमार और महागठबंधन को लेकर काफी कुछ कहा. उन्होंने साफ कर दिया कि मैंने जिंदगी भर नीतीश कुमार के साथ रहने की कसम जरूर खाई है और रहूंगा भी, फिर भी अगर सामाजिक सरोकार या अन्य मुद्दे की बात होगी तो मैं दृढ़ता से अपनी बात रखूंगा. मैंने तो नीतीश कुमार को बोल दिया कि आपने मुझे धोखा दिया है. मुझे जब भी ऐसा लगेगा, मैं नीतीश कुमार को हमेशा उचित बात ही कहूंगा.
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मैं नीतीश कुमार के साथः जीतनराम मांझी ने कहा कि मैं नीतीश कुमार के साथ रहूंगा यह कसम खाई है. पूर्णिया में वह बार-बार बोल रहे थे कि मांझी जी कहीं नहीं जाएंगे, तो मुझे लगा इस शख्स का दिमाग डोल रहा है. तो मैंने सोचा एक बार इनको ठीक कर ही दें. इसलिए दिल्ली में मुलाकात हुई तो बोल दिये, कि मैं जीवन भर आपके साथ रहूंगा. इसके पीछे यह बात है कि मेरी पत्नी कहती है कि आपको नीतीश जी ने सीएम बनाया और फिर भी आप उनके विरोध में बोलते हैं. इस पर मैंने कहा कि हम तो आपके साथ है ही, लेकिन जो उचित होगा वो बोलेंगे.
"मैं नीतीश कुमार के साथ रहूंगा यह कसम खाई है. पूर्णिया में वह बार-बार बोल रहे थे कि मांझी जी कहीं नहीं जाएंगे, तो मुझे लगा इस शख्स का दिमाग डोल रहा है. तो मैंने सोचा एक बार इनको ठीक कर ही दें. इसलिए दिल्ली में मुलाकात हुई तो बोल दिये. हम तो आपके साथ है ही, लेकिनआपने मुझे धोखा दिया. मैंने कहा दो विभाग की बात थी, उसमें से एक विभाग छीन लिया. बहुत से ऐसे विभाग थे जो मुझे दे सकते थे, लेकिन आपने मुझे नहीं दिया" - जीतन राम मांझी, पूर्व मुख्यमंत्री, बिहार
एक विभाग मिलने से मांझी में नाराजगीः पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि मैंने नीतीश कुमार से कह दिया कि आपने मुझे धोखा दिया. मैंने कहा दो विभाग की बात थी, उसमें से एक विभाग छीन लिया. बहुत से ऐसे विभाग थे जो मुझे दे सकते थे, लेकिन आपने मुझे नहीं दिया. मुझे दो विभाग देने की बात हुई थी और आपने एक ही विभाग दिया. पर्यटन और योजना विकास विभाग भी हमें दिया जा सकता था. यह तो धोखा है. आप यह भी विभाग भी मुझसे ले लीजिए, क्योंकि हम तो आपके साथ है ही. ये निजी बात हैं लेकिन सामाजिक मुद्दों पर हम पीछे नहीं हटने वाले हैं.
मांझी ने कहा -स्पष्टता हमारी कमजोरीः जीतनराम मांझी ने कहा कि महागठबंधन में हैं हम हम पर बहुत दबाव हैं. स्पष्टता हमारी कमजोरी रही हैं. हमलोगों को निर्णय लेना होगा. निर्णय की घड़ी आ चुकी हैं. कुछ लोगों कहना हैं कि मेरी पार्टी का विलय हो जाए. लेकिन हमारे कार्यकर्ता नहीं चाहते हैं कि किसी में विलय हो. जब सचिन पायलट अशोक गहलोत के खिलाफ अनशन कर सकते हैं तो जीतन राम मांझी नीतीश कुमार के खिलाफ अनशन नहीं कर सकता हैं क्या. अपने भाषण में आगे मांझी ने कहा कि बिहार में गरीबों को पांच डिसमिल नहीं सिर्फ एक डिसमिल जमीन दी जा रही. 2014-15 में लिए गए निर्णय को जमीन पर लागू करना होगा. 2015 के 30 जून तक 5 एकड़ जमीन देने की बात हुई थी. सरकार जमीन खरीद देती ये भी फैसला हुआ था. अब उस मुद्दे को लेकर आंदोलन करना पड़े तो हम तैयार हैं.
'आंदोलन की जरूरत पड़ी, करेंगे' मांझी ने कहा कि इंदिरा आवास में भ्रष्टाचार है. नीतीश कुमार एक कमीशन बनाइये, जांच कराइये कितने लोगों को आवास मिला. अगर इस मुद्दे पर आंदोलन करना पड़े तो इसमें कोई बुराई नहीं. सक्षम लोगों का राशन कार्ड बना है. बीपीएल वालों को 200 यूनिट बिजली माफ हो. खेती के लिए बिजली बिल न लगे. इसके लिए आंदोलन की जरूरत हो तो करें. निजी स्कूल में 25 फीसदी गरीब बच्चों का एड्मिशन नहीं हो रहा. नीतीश कुमार का इस ओर कोई ध्यान नहीं. अगर इसके लिए दवाब बनाना हो, तो आंदोलन किया जाए. एमएलसी स्नातक ग्रेजुएट लोकल निकाय की तरह ही सेपरेट एलेक्ट्रोल की व्यवस्था किया जाए. इसके बाद हमें आरक्षण की जरूरत नहीं. अब तालकटोरा स्टेडियम में मीटिंग करेंगें.