पटना: लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी को लेकर बिहार में सियासी हलचल तेज है. भाजपा विरोधी दलों को एकजुट करने के लिए पटना में 23 जून को एक महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है. लेकिन, इससे पहले आज 14 जून को 'हम' के संरक्षक जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार को झटका दिया. उनके पुत्र संतोष सुमन ने नीतीश कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया. इस पर राजनीति तेज हो गयी. जदयू कोटे के मंत्री श्रवण कुमार ने जीतन राम मांझी के इस निर्णय को गलत बताया.
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'हम लोगों को कोई झटका नहीं दे सकता है. झटका खुद खाते हैं लोग. जब अच्छा समय होता है इधर-उधर भटकते हैं और जब बुरा समय आता है तो नीतीश कुमार ही नैया पार कराते हैं. जीतन राम मांझी के साथ उनकी पार्टी और उनके सुपुत्र सुमन मांझी को जितना सम्मान नीतीश कुमार के सम्मान दिया है उतना सम्मान किसी राजनीतिक दल की ओर से नहीं दिया जाएगा'- श्रवण कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री
लोग आते-जाते रहते हैंः विपक्षी दलों की एकजुटता की बात हो रही है दूसरी तरफ घर में कुनबा घट रहा है तो बीजेपी को कैसे चुनौती देंगे, इस पर श्रवण कुमार का कहना था कि लोग आते-जाते रहते हैं. कारवां इसी तरह आगे बढ़ते रहता है. जो लोग साथ हैं चलेंगे जो लोग बिछड़ेंगे अपना समझेंगे. जो लोग छूटेंगे उनका कौन इंतजार करेगा. उन्होंने कहा कि 2024 का जो हम लोगों का लक्ष्य है उसको पूरा करने में लगे हैं.
भाजपा मुक्त होकर रहेगा देशः मांझी के जाने का डैमेज कैसे कंट्रोल होगा, इस सवाल के जवाब में श्रवण कुमार ने कहा सब कंट्रोल हो रहा है और कंट्रोल में है. इस बार देश भाजपा से मुक्त होकर रहेगा. मांझी की पार्टी को विलय करने के लिए क्यों दबाव डाल रहे थे इस पर श्रवण कुमार ने कहा कि हम लोग क्यों दबाव डालेंगे जो लोग मिलना चाहेंगे मिलेंगे, जो लोग अलग रहना चाहेंगे अलग रहेंगे. कोई दबाव हम लोगों की तरफ से नहीं था.