पटना: राज्यपाल कोटे से विधान परिषद की 12 सीटों के नाम की घोषणा हो गई. बुधवार को सभी 12 पार्षदों ने शपथ भी ले ली. सीटों के नाम की घोषणा होते ही एनडीए में शामिल घटक दलों की नाराजगी साफ तौर पर देखी जा रही है. वीआईपी के साथ हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के नेता भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा लिए गए फैसले पर एतराज जताने में लगे हुए हैं.
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हम (हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा "नीतीश कुमार ने जो फैसला लिया है वह गलत है. एनडीए में चार दल हैं और चारों दलों की सहमति से सरकार को कोई फैसला लेना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है."
"हम नीतीश कुमार का समर्थन कर रहे हैं और आगे भी करेंगे, लेकिन कहीं न कहीं गलती हुई है. एनडीए के चारों घटक दलों को बुलाकर 12 नाम तय होना चाहिए था. नीतीश कुमार से ऐसी आशा न थी. वह सबको साथ लेकर चलते हैं. उन्होंने साथी दलों को विश्वास में न लिया इसका हमें दुख है."- जीतन राम मांझी, राष्ट्रीय अध्यक्ष, हम
मिल बैठकर सुलझा लेंगे मामला
जीतन राम मांझी की नाराजगी को लेकर हाल ही में जदयू में शामिल हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है. एनडीए के सभी नेता आपस में बैठकर मामले को सुलझा लेंगे.
गौरतलब है कि कल तक नीतीश कुमार द्वारा लिए जा रहे फैसले की जीतन राम माझी प्रशंसा कर रहे थे. नीतीश कुमार द्वारा विधान परिषद की 12 सीटों की घोषणा होते ही वह नाराज दिख रहे हैं. अब देखने वाली बात होगी कि जीतन राम मांझी की नाराजगी किस हद तक आगे जाएगी या मामला इसी तरह समाप्त हो जाएगा.