पटना: कोरोना वायरस के भय से लोगों ने बड़े पैमाने पर मास्क और सेनिटाइजर की खरीददारी की थी. बाजार में मास्क की कमी को देखते हुए सरकार ने जीविका दीदी को मास्क बनाने की जिम्मेवारी दी थी. इस मामले पर ग्रामीण एवं संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि जीविका दीदी सोशल डिस्टेन्स का पालन करते हुए लोगों के लिए फेस मास्क बनाने का कार्य युद्धस्तर पर कर रही हैं. मंगलवार तक प्रदेश के अलग-अलग हिस्से में जीविका समूह ने 5 लाख से ऊपर मास्क का निर्माण कर लिया है.
'एसबीपीडीसीएल ने खरीदे 44 हजार मास्क'
ग्रामीण एवं संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने बताया कि बिहार के विभिन्न इलाके में अलग-अलग जीविका समूह ने अब तक 5 लाख से ऊपर मास्क का निर्माण किया है. इसमें से अकेले साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी ने 44 हजार मास्क की खरीद की है. मास्क की स्थानीय बाजार में भी खपत है. राज्य में मास्क की कमी न हो इसके लिए जीविका समूह लगातार कार्यरत हैं.
'जीविका समूह वृहद पैमाने पर बना रही मास्क'
श्रवण कुमार ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि मास्क की कमी को देखते हुए राज्य सरकार ने जीविका समूह को मास्क बनाने का आदेश दिया था. जीविका दीदी के मेहनत के कारण छोटे से जिले शेखपुरा मे अब तक 66 हजार 6 सौ 75 मास्क बना चुकी है. इसके अलावा पूर्वी चंपारण में 51 हजार, मधुबनी में 42 हजार, औरंगाबाद में 28 हजार, गया में 22 हजार और जहानाबाद में 20 हजार अब तक 20 हजार मास्क बनाए जा चुके हैं. श्रवण कुमार ने बताया कि नालंदा में कार्य देर से शुरू हुआ. बावजूद सिर्फ 6 अप्रैल को जिले में जीविका दीदी ने 9100 मास्क बना डाले. उन्होंने कहा कि इन मास्क की स्थानीय बाजार में भी खपत हो रही है. इसके अलावा समाचार पत्रों, बैंक और कई स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा भी अपने कर्मचारियों के लिए भी यह मास्क बड़ी संख्या में प्रयोग किए जा रहे हैं. सरकार की ओर से भी आम लोगों के बीच इन मास्क का वितरण किया जा रहा है.