पटना: गुरुवार को लोकसभा में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भारतीय जनता पार्टी को लोकलाज का हवाला दिया था. इसको लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने भी सदन में ही जवाब दिया था. बिहार में इसको लेकर सियासत तेज हो गयी है. बीजेपी के विधायक जीवेश मिश्रा ने कहा कि ललन सिंह को खुद लोक लाज नहीं है और दूसरे को उपदेश दे रहे हैं.
'ललन सिंह को लोकलाज की बात शोभा नहीं देती': जीवेश मिश्रा ने कहा कि चारा घोटाला के आरोपी के गोद में बैठकर बिहार में वह सरकार चला रहे हैं. जिस मुख्यमंत्री ने साल 2015 में कहा था कि मिट्टी में मिल जाएंगे भाजपा के साथ नहीं जाएंगे, वह वर्ष 2017 में भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर सरकार चला रहे थे. आप समझ लीजिए कि किसके पास लोग लाजनहीं है. निश्चित तौर पर ललन सिंह ऐसे नेता हैं जो बिलबिलाए हुए हैं.
"ललन सिंह को कुछ नहीं मिला इसलिए वह खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे जैसा व्यवहार कर रहे हैं. राज्य की जनता जानती है कि किस पार्टी को लोकलाज नहीं है. कौन पार्टी अपने आदर्श के हिसाब से काम कर रही है. इसलिए समय आने पर ऐसी पार्टियों का जवाब जनता देने का काम करेगी. फिलहाल कुर्सी के लालच में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राष्ट्रीय जनता दल के साथ जाकर सरकार चला रहे हैं और उनके नेता भारतीय जनता पार्टी को ही लोकलाज सीखा रहे हैं, यह बात कहीं से भी उचित नहीं है."- जीवेश मिश्रा, बीजेपी विधायक
आरजेडी से नीतीश की नजदीकी का कारण ललन सिंह: जीवेश मिश्रा ने साफ-साफ कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि बिजेंदर बाबू और ललन सिंह के कहने पर ही हम राष्ट्रीय जनता दल के साथ आए हैं. आप खुद समझ लीजिए ललन सिंह किस तरह से नीतीश कुमार को राष्ट्रीय जनता दल के करीब ले गए और उनके साथ सरकार चलाने की बात की. इसका मुख्य कारण यही है कि ललन सिंह ना ही केंद्र में मंत्री बन सके ना ही बिहार में कोई मंत्रालय उन्हें दिया गया.
'बिलबिलाये हुए हैं ललन सिंह': उन्होंने आगे कहा कि ललन सिंह के पास 9000 करोड़ रुपए का जल संसाधन मंत्रालय था. उसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने चहेते संजय झा को दे दिया यानी जल संसाधन विभाग भी उनके हाथ से चला गया. यही कारण था कि वह नीतीश कुमार को राष्ट्रीय जनता दल के साथ ले गए. कुल मिलाकर देखें तो ललन सिंह का जो हाल है वह बिलबिलाये हुए हैं और यही कारण है कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर तरह-तरह का बयानबाजी कर रहे हैं.
संसद में ललन सिंह ने क्या कहा था?: दरअसल गुरुवार को ललन सिंह ने संसद में बीजेपी पर जमकर हमला किया था. जब वे सदन में बोल रहे थे तो बीजेपी के सांसदों की टोका-टोकी पर भड़क गए. उन्होंने गुस्से में आकर सांसदों को कहा कि चलिए बैठिए, भाषण दे रहे हैं. अरे धुत्त चुप रहिए. गुस्से में ललन सिंह ने कहा कि 2024 में जनता हिसाब करेगी. साथ ही ललन सिंह ने केंदर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लोकतंत्र लोकलाज से चलता है और इश सरकार ने सारे लोकलाज को ताक पर रख दिया है.
सदन में ही अमित शाह ने दिया करारा जवाब: ललन सिंह के बयान पर अमित शाह ने भी तुरंत जवाब दिया. उन्होंने कहा कि जेडीयू का जन्म ही आरजेडी का विरोध करने के लिए हुआ था. आप (ललन सिंह) लोकलाज के बारे में मत बोलिए क्योंकि जिस चारा घोटाला को लेकर बिहार की जनता के सामने गए थे, अब वहीं चारा घोटाला करने वाले के साथ सरकार में बैठे हैं.